रंगीन फूलो की खेती करके महिला ने रचा इतिहास, इन फूलदार सब्जी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रही है, सालाना 1 लाख रुपए की हो रही कमाई , यह एक पौष्टिक फूल और पत्तेदार हरी सब्जी है। यह साग खास तौर पर ठंडे मौसम में उगाया जाता है। पौधे ज्यादा तापमान को सहन नहीं कर पाते हैं। ये सब्जी फूलगोभी के परिवार से है। गर्मी के मौसम में इसकी बुवाई नहीं की जा सकती है।आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बात करेंगे जो खेती करके लाभ कमा रही है।
रंगीन फूलो की खेती करके महिला ने रचा इतिहास
आइये जाने ऐसी महिला के सफलता के बारे में बात कर रही हूँ, वो अरुणाचल प्रदेश के अपर सियांग जिले की रहने वाली है। उनका नाम ओटोक नोपी तग्गू है। इन्होने स्कूल छोड़कर खेती करने का फैसला लिया। वह पिछले 10-15 वर्षों से विभिन्न प्रकार की कृषि और बागवानी फसलों की सफलतापूर्वक खेती कर रही हैं और खुद को जिले में एक प्रसिद्ध प्रगतिशील किसान महिला के रूप में जानी जाती है। इसके पौधे सितंबर के मध्य से नवंबर की शुरुआत तक तैयार की जा सकती है।
ओटोक ने उपज और मुनाफा के बारे में बताया
उन्होंने कृषि विभाग केंद्र द्वारा आयोजित ब्रोकली की खेती के तरीकों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। ब्रोकली की नर्सरी को बढ़ाने के लिए एक प्रदर्शन में भाग लिया। कृषि विभाग के द्वारा उन्हें ब्रोकली की बीज दी गई । कृषि विभाग के लोग ओटोक नोपी तग्गू की खेती का दौरा करते थे। उन्होंने बताया की 3.35 लाख की उपज मिली और 3.35 बीसीआर के साथ 1.74 लाख रुपये तक का मुनाफा हुआ ।
कौन सी किस्में ब्रोकली लगाएं
ब्रोकली की मुख्य रूप से तीन किस्में होती हैं –
- सफ़ेद
- हरी
- बैंगनी,
- इनमें से हरी किस्में लोगों को ज़्यादा पसंद आती हैं।
ओटोक नोपी तग्गू पत्तियां बेचकर भी कमा रही मुनाफा
ब्रोकली के फूल को 50 रुपये प्रति किलो, पत्तियों को 20 रुपये प्रति गुच्छा बेचा रही है। इसकी पत्तियों को हका साग के नाम से भी जाना जाता है।ओटोक नोपी तग्गू ने कहा कि बेहतर फसल के कारण उनकी कमाई में वृद्धि हुई है। ब्रोकली न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसलिए, बाजार में ब्रोकली की मांग भी लगातार बढ़ रही है।