मचान विधि का कमाल, लौकी के पौधे में उगेगी बढ़िया क्वालिटी की हाथ के बराबर लंबी लौकी सिर्फ 90 दिन में होगी बंपर पैदावार, जाने खेती करने का तरीका।
मचान विधि का कमाल
लौकी की खेती में अगर बढ़िया और बंपर पैदावार चाहिए तो मचान विधि से लौकी की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है। लौकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है लौकी को खाने से सेहत एकदम तंदुरस्त और फिट रहती है इसलिए लौकी की बाजार में बहुत तगड़ी डिमांड होती है आप लौकी की खेती से बहुत शानदार कमाई कर सकते है। लौकी की खेती कम दिनों में पूरी हो जाती है। तो चलिए जानते है मचान विधि से लौकी की खेती कैसे की जाती है।
लौकी की खेती
अगर आप लौकी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी इसकी खेती की पूरी जानकारी होनी चाहिए तभी आप इसकी खेती से बड़ा प्रॉफिट कमा पाएंगे। लौकी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। इसके पौधे बीजों के माध्यम से लगाए जाते है। आपको बता दें मचान विधि के तहत खेत में बांस या लोहे के खंभे से 6 से 7 फीट ऊंची मचान बनाई जाती है इन खंभों के ऊपर तार या प्लास्टिक की रस्सी से जाल तैयार किया जाता है जैसे ही लौकी की बेल बढ़ने लगती है वैसे ही बेल को मचान पर चढ़ा दिया जाता है। इस विधि से लौकी ज़मीन से ऊपर रहती है जिससे उसे पर्याप्त धूप और हवा मिलती है जिससे कीड़ों और रोगों से लौकी की फ़सल को नुकसान नहीं पहुंचा पता है और पैदावार अच्छी होती है। लौकी की बुवाई के बाद 70 से 90 दिन में इसकी फसल तैयार हो जाती है।
कितना होगा मुनाफा
अगर आप लौकी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत ज्यादा तगड़ी कमाई देखने को मिलेगी। एक एकड़ में लौकी की खेती से करीब 180 क्विंटल तक लौकी की पैदावार मिल सकती है। एक एकड़ में आप इसकी खेती से करीब 2 से 4 लाख रुपए का मुनाफा कमा सकते है। लौकी की खेती बहुत गुणकारी और लाभकारी साबित होती है।
कितनी आएगी लागत
अगर आप लौकी की खेती मचान विधि से भी करते है तो भी आपको इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आएगी। एक एकड़ में लौकी की खेती करने के लिए आपको करीब 14 से 15 हजार रूपए की लागत आ सकती है। क्योकि इसकी खेती में बांस से मचान बनाने का खर्चा, बीज, खाद, सिंचाई जैसी अनेकों चीजों का खर्चा होता है।