आम के पेड़ में इस घोल का उपयोग बहुत फायदेमंद और उपयोगी साबित होता है इससे आम के छोटे-छोटे टिकोले नहीं झड़ते है तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।
आंधी आने पर भी नहीं झड़ेंगे आम के टिकोले
अप्रैल के महीने में गर्मी का तापमान तेजी से बढ़ता है और लू गर्म हवा खूब चलती है ऐसे में आम के पेड़ में लगे बौर में आम के छोटे-छोटे टिकोले सूखने और झड़ने लगते है जिससे आम की पैदावार में तेजी से गिरावट होती है आज हम आपको एक ऐसे घोल के बारे में बता रहे है जो आम के छोटे फल को गिरने से बचाएगा और पैदावार को कई गुना बढ़ाएगा। इस घोल को आप अपने घर में ही आसानी से तैयार कर सकते है। तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।

आम के पेड़ में डालें ये घोल
आम के पेड़ में डालने के लिए हम आपको चूना, तूतिया और प्लानोफिक्स दवा से तैयार घोल के बारे में बता रहे है चूने में कैल्शियम बहुत अधिक मात्रा में होता है जो आम के पेड़ में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और मिट्टी के PH को संतुलित करता है। आम के पेड़ में तूतिया का उपयोग मुख्य रूप से कीटों और बीमारियों से बचाव के लिए किया जाता है.तूतिया को चूने के साथ मिलाकर आम के पेड़ में लेप लगाने या घोल बनाकर डालने से पेड़ में दीमक नहीं लगती है। प्लानोफिक्स दवा का उपयोग आम के टिकोले को झड़ने से रोकने के लिए बहुत फायदेमंद और असरदार साबित है ये दवा आम के फलों का आकार बढ़ाने, गुणवत्ता सुधारने, और उपज बढ़ाने में मदद करती है।
कैसे करें उपयोग
आम के पेड़ में चूना, तूतिया और प्लानोफिक्स दवा से तैयार घोल का उपयोग बहुत उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इस घोल को तैयार करने के लिए 10 लीटर पानी में आधा किलो चूना, आधा किलो तूतिया और 2 ml प्लानोफिक्स दवा को डालकर अच्छे से घोलना है फिर इस घोल को आम के पेड़ की जड़ों के पास डालना है ऐसा करने से आम के पेड़ में फल सूखने और गिरने से बच जायेंगे और आम की पैदावार बहुत जबरदस्त होगी।