आलू के किसान इस खाद का करें इस्तेमाल, बंपर होगी पैदावार, डीएपी से है बेहतर।
आलू की खेती
आलू की खेती देश के कई किसान करते हैं। आलू की खेती किसानों के लिए आय बढ़ाने का एक अच्छा जरिया है। साल भर आए आलू की डिमांड रहती है। जिसमें किसान आलू के अच्छे पैदावार के लिए खाद का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए आज हम इस विषय पर चर्चा करने जा रहे हैं कि आलू के लिए कौन सी खाद सबसे बढ़िया है। जिसमें कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि डीएपी से भी बेहतर विकल्प किसानों के पास खाद में है। जिसका इस्तेमाल करके किसान ज्यादा पैदावार ले सकते हैं तो चलिए आपको इस खाद के बारे में बताते हैं और यह भी हम जानेंगे कि आखिर यह डीएपी से कैसे बेहतर है।
आलू के किसान इस खाद का करें इस्तेमाल
आलू की फसल के लिए एनपीके खाद बहुत ही बढ़िया है। क्योंकि इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम तीनों पोषक तत्व उचित मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे फसल स्वस्थ रहती है। फूल कलियां जड़े बढ़िया होती है। फसल में चमक आती है। पैदावार अधिक होती है लागत भी कम आती है। चलिए अब जानते हैं यह एनपीके खाद डीएपी से बेहतर कैसे हैं और एनपीके की कीमत क्या है।
डीएपी से कैसे बेहतर है एनपीके खाद
डीएपी से अच्छा विकल्प और एनपीके खाद किसानों के लिए साबित हो सकता है। क्योंकि डीएपी में पोटेशियम खाद की कमी होती है। इसमें फास्फोरस और नाइट्रोजन बस होता है। पोटेशियम ना होने की वजह से पौधे के समग्र स्वास्थ्य को बनाने में दिक्कत आती है। डीएपी की कीमत की बात करें तो किसानों को यह 1350 रुपए प्रति भार के हिसाब से पड़ती है। जबकि एनपीके की कीमत 1470 रुपए है। लेकिन डीएपी का इस्तेमाल किसान लगभग 50 किलो तक करते हैं। जिससे खर्च अधिक किसानों को बैठता है। इसके अलावा डीएपी में पोषक तत्व एक कम है। जिसे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। वही एनपीके में अधिक पोषक तत्व होने से उनका फायदा होगा।