आकाशीय बिजली की गड़गड़ाहट से पैदा होने वाली इस सब्जी के लाखो दीवाने, कीमत सुनकर पैरो तले जमीन खिसक जाएगी, जानिए पोषक तत्व से भरपूर सब्जी के बारे में।
पोषक तत्व से भरपूर
आज हम पोषक तत्व से भरपूर सब्जी की बात कर रहे है उसे जंगली मशरूम कहते है। जंगली मशरूम एक प्रकार का फंगी यानी फंगस होती है , ये सब्जी कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट जैसे कई पोषक तत्व से भरपूर होते है। बरसात के मौसम में जंगल में उगने वाली इस अनोखी बीज रहित फली को जंगली मशरूम भी कहते हैं। पानी और बिजली गड़गड़ाहट से पैदा होने वाले गुच्छी मशरूम की खेती को जल्द ही किसान खेतों में उगाकर अच्छी तरक्की कर सकेंगे। इस जंगली मशरूम के साथ इसको गुच्छी मशरूम, गरजे के नाम से जाना जाता है।
बिजली की गड़गड़ाहट से पैदा होने वाली सब्जी
जी हाँ दोस्तों, ये सब्जी बिजली की गड़गड़ाहट से जमीन से उगती है। बिजली की गड़गड़ाहट के कारण यह सब्जी की फली एकाएक जमीन से बाहर आ जाती है। यह जंगलों में पेड़ों के नीचे पाई जाती है। स्थानीय निवासी इसे जंगल से आसानी से प्राप्त कर लेते हैं। स्थानीय निवासी लोग इसे इकट्ठा करने के लिए जंगल में जाते हैं। इसे ढूंढना काफी मुश्किल काम है। यह एक जगह पर काफी संख्या में जंगलों में उग जाते है। ये आप को पता होना चाहिए की सबसे अधिक मात्रा में किस स्थान पे मशरूम है तब जाके उनकी तलाश में आसानी होती है।
जंगली मशरूम का रंग, आकर, तुड़ाई
जंगली मशरूम छतरी के आकार के होते हैं। इनका रंग सफेद होता है। इन्हें तोड़ते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि ये नीचे से न टूटे। यदि उन्हें नीचे से तोड़ दिया गया तो अगले वर्ष उनकी उपज बर्बाद हो जायेगी और जंगली मशरूम नहीं मिलेंगे। इसलिए किसानों को इन्हें सावधानीपूर्वक तोड़ना चाहिए और छतरी के थोड़ा नीचे से तोड़ना चाहिए। उन्हें तोड़ने के लिए किसी धारदार औज़ार का प्रयोग करें।
किस वृक्ष के नीचे पाया जाता है ?
जंगली मशरूम साल के पेड़ के नीचे पाया जाता है। यह जंगलों में पेड़ों के नीचे पाई जाती है। ग्रामीण इसे आसानी से जंगल से प्राप्त कर लेते हैं। स्थानीय निवासी लाठियों के सहारे घूम-घूमकर जंगली मशरूम की तलाश करते हैं। स्थानीय निवासी इसे खोजने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। इसे इकट्ठा करने के लिए लोग जंगल में जाते हैं। यह एक जगह पर बड़ी संख्या में उग सकता है।
जंगली मशरूम की सबसे ज्यादा डिमांड कहाँ होती है ?
आदिवासी लोग इस मशरूम को जंगल से तोड़कर बाजार में अच्छी कीमत पर बेचते हैं। जंगली मशरूम पर काफी मात्रा में मिट्टी चिपक जाती है, जिसे साफ पानी से धोया जाता है, तब जाकर जंगली मशरूम बाजार में बेचने के लिए तैयार होता है। जंगली मशरूम का उपयोग ताजा ही किया जाता है। महिलाएं इसे सड़क के किनारे रखकर बाजार में भी बेचती हैं। जंगली मशरूम को व्यापार के रूप में भी बेचा जाता है। इस सब्जी की होटल और रेस्टोरेंट में काफी डिमांड रहती है। शहर में भी लोग इसे खूब पसंद करते हैं। इसका व्यापार करने के लिए गांवों से लोग शहर आने लगे हैं।
जंगली मशरूम की कीमत
बाजार में इसकी मांग बनी रहती है। यही कारण है कि कुदरती रूप से उगने वाले मशरूम को 30,000 रुपये किलो की कीमत में बेचा जाता है। कहा जाता है कि हर साल बरसात के मौसम में जंगल में बिना बीज के भारी मात्रा में जंगली मशरूम उग आते हैं।