आज हम आपको उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के बगौड़ा की रहने वाली 12वीं पास महिला की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने प्रेम विवाह के बाद जीवन में आए संघर्षों के बाद खेती के निर्णय से अपना जीवन सुखमय बना लिया। यह महिला अपने जीवन के संघर्षों के बाद खेती का निर्णय करके आज 36 प्रकार के फलों की खेती करके सालाना केवल एक फ्रूट से 6 लाख की कमाई कर लेती है। आइए इनकी कहानी के बारे में जानते हैं।
प्रेम प्रसंग और जीवन के संघर्ष
साल 1991 में सरिस सिंह 12वीं की पढ़ाई कर रही थी इसी दौरान उनका विद्याशंकर सिंह से प्रेम हो गया। इसके बाद उन्होंने समाज से विद्रोह करके विद्याशंकर सिंह से प्रेम विवाह कर लिया। शादी के बाद में उनको कई तरह से आर्थिक समस्याएं और पारिवारिक सहयोग की कमी महसूस हुई जिसके बाद भी इन्होंने नौकरी ना करके खेती करने का निर्णय लिया। खेती में उनकी लगन और मेहनत ने उन्हें नवाचार की तरफ बढ़ने का रास्ता दिखाया।
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36 प्रकार के फलों की खेती
सारीज सिंह ने निर्णय लिया कि वह खेती करके अपना जीवन यापन करेगी। इन्होंने एक फसल पर निर्भर न होकर बहुफसली खेती की ओर रुख किया। जिसके बाद इन्होंने खेतों में आम, अमरूद, आंवला, चीकू और नींबू जैसे 36 तरह के फलों के पौधे लगा दिए। इतना ही नहीं इसके साथ-साथ इन्होंने मछली पालन और कड़कनाथ मुर्गा पालन जैसे व्यापार को भी शुरू कर दिया। जिससे वह साल भर आमदनी करती है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती
सरिस सिंह ने साल 2022 में उद्यान विभाग की मदद से 1.25 एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी। इसमें उनको 400 पिलर्स पर लगाए गए पौधों की लागत लगभग 2.5 लाख रुपए आई। इसमें उनको सरकार की तरफ से ₹30000 की सब्सिडी प्राप्त हुई। इसके बाद 14 महीने में एक पिलर से लगभग 10 से 15 किलो तक फल मिलने लगे। फिलहाल प्रति एकड़ 40 क्विंटल का उत्पादन होता है। जिससे वह सालाना 6.5 लाख रुपए की कमाई कर लेती है। ड्रैगन फ्रूट को कम पानी में उगाया जा सकता है और इसको कोई जानवर नुकसान भी नहीं पहुंचाता इस वजह से इससे अच्छी कमाई होती है।
बहुफसली खेती से कमाई
सरिस सिंह को इंटरक्राफ्टिंग की इस खेती में लहसुन, अदरक और प्याज उगाकर अलग से 1-1.5 लख रुपए की कमाई हो जाती है। इतना ही नहीं वह ड्रैगनफ्रूट की खेती से सालाना लगभग 6.5 लाख रुपए की कमाई कर लेती है।