किसान बहुत कम लागत में प्याज भंडारण गृह बना सकते हैं और अच्छा दाम मिलने पर प्याज बेच सकते हैं. आइए आपको पूरी खबर बताते हैं.
प्याज की खेती
प्याज की मांग साल भर रहती है लेकिन कुछ किसान एक बार ही इसकी खेती करते हैं, इसलिए किसान को प्याज को लंबे समय तक संभाल कर रखना पड़ता है ताकि बाजार में अच्छा दाम मिलने पर वह इसे बेच सके. कई बार प्याज का दाम बहुत कम हो जाता है, ऐसे में उसे संभाल कर रखना पड़ता है. अगर प्याज खराब हो जाए तो बड़ा नुकसान होता है. इसीलिए सरकार किसानों को भंडारण गृह बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इस पर 75% सब्सिडी दे रही है. तो आइए आपको सबकुछ बताते हैं.

प्याज भंडारण गृह पर सब्सिडी
प्याज भंडारण गृह बनाने के लिए बिहार राज्य सरकार किसानों को 75% सब्सिडी दे रही है, जिसमें किसान भाई को कुल लागत का सिर्फ 25% ही खर्च करना होगा. सरकार का अनुमान है कि इस पर 6 लाख रुपए खर्च होंगे, जिस पर सरकार की ओर से 5 लाख रुपए मिलेंगे। किसान को सिर्फ 1.50 लाख रुपए खर्च करने होंगे। यहां किसान 50 मीट्रिक टन क्षमता वाला प्याज भंडारण गृह बनवा सकते हैं। यह पैसा दो किस्तों में खाते में भेजा जाता है।
कैसे मिलेगा लाभ, क्या है आवेदन प्रक्रिया?
अगर किसान बड़े पैमाने पर प्याज की खेती करते हैं तो उनके लिए प्याज भंडारण केंद्र काफी फायदेमंद हैं। इस योजना का लाभ बिहार के करीब 23 जिलों के किसानों को मिलेगा। लाभ लेने के लिए किसान उद्यान निदेशालय कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरकर जमा कर सकते हैं।
किसान भाई अगर प्याज भंडारण केंद्र बना लेते है तो फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं, जो कि अक्सर मौसम के कारण, भंडारण की कमी, या खराब मौसम के कारण होता है। इस तरह इसमें किसानों को बहुत लाभ है।