गर्मी के मौसम में गुलाब के पौधे को तरल खाद देनी चाहिए जिससे पौधे में फूलों की उपज दोगुनी बढ़ जाती है तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।
गुलाब के पौधे के लिए 6 सस्ती तरल खाद
अप्रैल के महीने में गर्मी बहुत पड़ने लगती है तपती गर्मी का प्रभाव न सिर्फ इंसानों पर पड़ता है बल्कि पेड़ पौधों में सूखने और मुरझाने लगते है इस मौसम में गुलाब के पौधे को लिक्विड खाद देनी चाहिए आज हम आपको कुछ ऐसी तरल खाद के बारे में बता रहे है जो गुलाब के पौधे के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है इन खाद से पौधे को जरुरी पोषक तत्व मिलते है जिससे पौधे में फूलों पैदावार बढ़ने लगती है तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।
केले के छिलके की खाद
गुलाब के पौधे के लिए केले की छिलके की खाद बहुत फायदेमंद साबित होती है केले के छिलके में पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व होते है जो गुलाब के पौधे के लिए फायदेमंद होते है। ये खाद पौधे को स्वस्थ और मजबूत बनाती है इस खाद को तैयार करने के लिए एक लीटर पानी में केले के छिलके को छोटा छोटा पीस में काट के डालकर और 12 घंटे के लिए छोड़ देना है फिर इसके पानी को गुलाब के पौधे मिट्टी हफ्ते में 2 बार दाल सकते है।

फिटकरी का पानी
गुलाब के पौधे में आप फिटकरी का पानी इस्तेमाल भी कर सकते है ये पौधे को स्वस्थ रखने में मदद करता है कीटों से बचाता है और फंगस को भी नियंत्रित करता है। फिटकरी में एल्युमिनियम और पोटेशियम सल्फेट के गुण होते है जो गुलाब के पौधे की ग्रोथ बढ़ाने में फायदेमंद होते है। इसका इस्तेमाल करने के लिए एक लीटर पानी में एक चम्मच फिटकरी के पाउडर को डालकर गुलाब के पौधे मिट्टी में डालना है ऐसा करने पौधे को जरुरी पोषक तत्व प्राप्त होंगे जिससे पौधे में फूलों की पैदावार भी बढ़ जाएगी।

चाय पत्ती का पानी
गुलाब के पौधे के लिए चाय पत्ती की लिक्विड खाद बहुत लाभकारी होती है क्योकि चाय पत्ती में नाइट्रोजन, पोटेशियम के गुण होते है जो पौधे में फूलों की संख्या को बढ़ाते है और फूल रंग को निखारते है। चाय पत्ती मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है और जल धारण क्षमता को सुधरती है, जिससे गुलाब का पौधा स्वस्थ रहता है इसका उपयोग करने के लिए एक लीटर पानी में एक चम्मच चाय पत्ती को कुछ देर भिगोकर रखना है फिर गुलाब के पौधे की मिट्टी की गुड़ाई करने इसके पानी को मिट्टी में डालना है।

सरसों की खली की तरल खाद
सरसों की खली की तरल खाद गुकाब के पौधे के लिए बहुत गुणकारी मानी जाती है ये पौधे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है जिससे पौधे की वृद्धि अच्छी होती है और पौधा स्वस्थ रहता है। ये मिट्टी की संरचना को भी बेहतर बनाती है और कीड़ों को पौधे से कोसों दूर रखती है इसका उपयोग करने के लिए एक लीटर पानी में सरसों की खली को कुछ देर भिगोकर रखना है फिर पानी को छानकर पौधे में डालना है।
