मूंग की खेती में हो गई देरी तो नो टेंशन, 20 अप्रैल तक बो सकते हैं मूंग की यह बेस्ट 5 किस्में, सिर्फ दो महीने में कर देंगी मालामाल

मूंग की खेती करने में देरी हो गई है तो चलिए आपको कुछ ऐसी वैरायटी के बारे में बताते हैं जिन्हें 20 अप्रैल तक भी लगा लेंगे तो भी खेत जल्दी खाली हो जाएगा, और उत्पादन भी अधिक मिलेगा-

मूंग की खेती

मूंग की खेती अगर किसान गर्मियों में कर लेते हैं तो उन्हें कई तरह के फायदे होते हैं। जैसे की गर्मी में खाली जमीन से उन्हें कमाई हो जाती है, साथ ही सबसे बड़ी अच्छी बात है की मिट्टी की उर्वरता में सुधार होता है, मूंग की फसल हरी खाद के रूप में काम करती है, कम लागत में कम पानी में तैयार होने वाली फसल है, जिसे किसान की कमाई भी हो जाती है, और मिट्टी भी उपजाऊ हो जाती है। जिससे आने वाली फसल में ज्यादा उत्पादन मिलता है।

मूंग की खेती के समय की बात करें तो ग्रीष्म ऋतु में अप्रैल के प्रथम सप्ताह में कर लेनी चाहिए। लेकिन कुछ किसानों ने अगर मूंग की खेती करने में देरी कर दी है, उनके खेत खाली नहीं हुए है तो चलिए आपको कुछ ऐसी वैरायटी बताते हैं जिन्हें 20 अप्रैल तक लगा लेंगे तो भी 2 महीने के भीतर खेत खाली हो जाएगा।

20 अप्रैल तक लगा सकते हैं मूंग की ये किस्में

नीचे देख पांच बिंदुओं के अनुसार मूंग की पांच वैरायटी के बारे में जाने जिन्हें 20 अप्रैल तक भी लगा सकते हैं-

  • सबसे पहले पीडीएम 139 सम्राट किस्म की मूंग की वैरायटी की बात कर लेते हैं इसकी खेती से किसानों को एक हेक्टेयर से 10 से 12 कुंतल उत्पादन मिल सकता है। यह वैरायटी 60 से लेकर 65 दिन में तैयार हो जाती है। इसकी खेती में किसानों को एक फायदा है कि इसमें झुलसा और पत्ती की बीमारी, पीली मोजैक रोग नहीं लगेगा। यह इसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती है। पीएफ 139 सम्राट मूंग को विकसित करने का श्रेय आईसीएआर आईआईपीआर को जाता है। 1 एकड़ में खेती करेंगे तो 8 से लेकर 10 किलो बीजों की जरूरत पड़ती है। बढ़िया तरीके से खेती करना चाहते हैं तो दो पंक्ति के बीच की दूरी 30 सेंटीमीटर दो पौधों के बीच की दूरी 10 सेमी रखें। इससे पौधों का विकास अच्छे से होगा। तथा उत्पादन में बढ़िया मिलेगा। बुवाई से पहले किसान तापमान का भी ध्यान रखें। 25 से लेकर 35 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान है तभी बढ़िया अंकुरण होगा। इसकी खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी है।
  • इसके बाद आईपीएम 02 03 विराट मूंग की बढ़िया किस्म है, इसे भी करीब 65 दिन का समय लगता है तैयार होने में। जल्द से जल्द बुवाई कर लेंगे तो समय पर खेत खाली हो जाएगा। यह किस्म भी पीले मोजेक वायरस रोग के प्रति सहनशील है। इसकी एक खासियत है यह भी है कि इसके दाने बड़े चमकीले हरे रंग के होते हैं, एक फल में 12 से 14 दाना देखने को मिलता है। जिसमें 1000 दानों का अगर वजन किया जाए तो 48 ग्राम तक देखने को मिलता है। इस किस्म के पौधे सीधे और मजबूत होते हैं। 50 से 60 सेंटीमीटर तक उनकी ऊंचाई देखी जाती है, यह भी बढ़िया वैरायटी है। विराट मूंग की हाइब्रिड किस्म है।

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  • इसके अलावा दूसरी वैरायटी की तलाश है तो जीएम 4 मूंग की वैरायटी बढ़िया है। जिसे जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया गया है। इसे तैयार होने में थोड़ा अधिक समय लगता है। 65 से लेकर 70 दिन में यह तैयार होती है। एक हेक्टेयर से 10 से 12 क्विंटल उत्पादन मिल जाता है। .यह झुलसा पीले मौजेक वायरस के प्रतिरोध है। इसकी खेती मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के किसान कर सकते हैं उन्हें इससे अच्छा उत्पादन मिलेगा। यह उन्नत किस्म है।
  • साथ ही किसान भाइयों को आईपीएम 205-7 विराट किस्म की भी जानकारी होनी चाहिए। यह भी बढ़िया वैरायटी है। 10 से 11 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से उत्पादक किसानों को मिलता है। यह भी पीले मोजेक वायरस के प्रति सहनशील है। एक एकड़ में इसकी खेती करेंगे तो 6 से 7 किलो बीजों की जरूरत पड़ती है।
  • किसान भाई एसएमएल 668 मूंग की वैरायटी का चयन कर सकते हैं। यह भी एक अच्छी वैरायटी है। इसे 60 से 65 दिन तैयार होने में लगते हैं। गर्मियों में इसकी खेती में किसानों को फायदा है। इसकी खेती मुख्य तौर पर अगर किसान मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा, पंजाब के करते हैं तो उन्हें अच्छा उत्पादन मिलेगा। इस किस्म की खासियत है कि यह पीला चितकबरा रोग और थ्रिप्स जैसे रोग प्रतिरोधक है। जिससे इस रोग से किसानों को राहत देती है। लेकिन इसमें उत्पादन एक एकड़ में चार से पांच क्विंटल ही मिलता है। 20 अप्रैल तक इसकी बुवाई कर सकते हैं। अगर बुवाई में देरी हो रही है तो और बीज की मात्रा इसकी ज्यादा लेनी पड़ती है, 12 से लेकर 15 किलोग्राम बताई गई है। इस तरह किसान अपने सुविधा के अनुसार रोग प्रतिरोधक क्षमता का ध्यान रखते हुए लगा सकते हैं।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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