करी पत्ता का विकास नहीं हो रहा है, पत्तियां कम है तो चलिए आपको बताते हैं कौन सी खाद देने से पौधे का विकास तेजी से होगा और वह हरा भरा के साथ घना हो जाएगा-
करी पत्ता
करी पत्ता सेहत के लिए फायदेमंद है। इसकी पत्ती का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। इसीलिए लोगों को लगता है कि उनके घर पर जो करी पत्ता लगा है, वह हरा-भरा और घना हो। जिससे हम ज्यादा से ज्यादा पत्तियों का इस्तेमाल कर पाए, और हरा-भरा-घना पौधा देखने में भी अच्छा लगता है। करी पत्ता का पौधा लगा रहे हैं तो उसे ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए। मिट्टी बस नम हो इसका ध्यान रखना चाहिए। करी पत्ते के पौधे को धूप की भी आवश्यकता होती है। कम धूप लगती है तो उसमें ज्यादा रोग बीमारी और कीट का खतरा दिखाई पड़ता है।
लेकिन गर्मी में दिन भर की सीधी धूप से भी बचाना चाहिए। जिसके लिए सेड नेट के नीचे रख सकते हैं। पौधा घना हो इसके लिए समय-समय पर प्रूनिंग करें। यानी कि पौधे की कटाई-छटाई करते रहे। इससे पौधा सीधा-सीधा पेड़ की तरह लंबा नहीं होगा। बल्कि बरगद की तरह गोल और घना होगा। पौधे का विकास रुका हुआ है तो एक बार उसकी कटिंग कर दें। जिसमें शाखा के ऊपरी हिस्से को थोड़ा-थोड़ा काटकर उसमें हल्दी लगा दे।

करी पत्ता में डालें यह खाद
करी पत्ता के पौधे का विकास रुकने का एक कारण यह भी है कि उसमें पोषक तत्वों की कमी है। जिसके लिए आपको सबसे पहले मिट्टी की तीन-चार इंच खुदाई करनी है, और ऊपर की मिट्टी को निकाल देना है। उसके बाद एक दिन की धूप लगने देना है। फिर हम एक शक्तिशाली खाद का मिश्रण तैयार करेंगे।
इसे बनाने के लिए एक छोटे गमले के आकार के अनुसार बता रहे हैं कि दो मुट्ठी गोबर की सड़ी खाद ले। एक चम्मच नीम खली, एक चम्मच बोनमिल, आधा चम्मच हल्दी, आधा चम्मच चॉक (लिखने वाली चॉक की हम बात कर रहे हैं), एक चम्मच लकड़ी की बुझी हुई राख, इन सब चीजों को अच्छे से मिलाकर जो हमने मिट्टी गमलें से निकाली थी वहां पर डालना है, और उसके बाद सामान्य मिट्टी से ढक देना है। यानी की खाद के ऊपर सामान्य मिट्टी डाल देनी है। फिर पानी देना है।
यह बहुत बढ़िया खाद है। यह सब डालने के बाद एक सप्ताह के भीतर पौधे में विकास दिखाई देने लगेगा। यह खाद दो-तीन महीने के अंतराल में दे। करी पत्ता को ज्यादा खाद की जरूरत नहीं पड़ती। इससे पत्तियां इस्तेमाल की जाती है। दो-तीन महीने में भी खाद देंगे तो भी पौधा अच्छे से चलेगा।
साल में एक बार गमले में लगे करी पत्ता के पौधे की मिट्टी बदल देनी चाहिए और जड़ों की कटिंग भी कर देनी चाहिए। यानी कि जो में तना है उसके अगल-बगल गमले के किनारो पर जो जड़े फैल जाती हैं, उन्हें साल में एक बार छांट देना चाहिए और इस तरह के खाद के मिश्रण से मिट्टी तैयार करना चाहिए।