पशुओं के लिए बनेगा शेड, पशुपालकों की चिंता हुई दूर, जानिये मनरेगा योजना से कैसे शेड निर्माण के लिए मिलेगा अनुदान

पशुपालन के लिए मिलेगा शेड, पशुओं की रहने की होगी बढ़िया व्यवस्था। जानें मनरेगा योजना से पशुपालन के लिए शेड पर अनुदान किए पाएं।

पशुपालन के लिए शेड

पशुपालन में फायदा तब है जब पशुओं का स्वस्थ बढ़िया हो। जिसके लिए पशुओं के रहने की व्यवस्था करनी होगी। लेकिन उसमें भारी खर्च बैठता है। इस लिए सरकार पशुपालकों की मदद कर रही है। सरकार का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना भी है। जिसमें आपको बता दे कि मनरेगा योजना में पशु शेड के लिए मदद मिलेगी। राजस्थान में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने विधानसभा में बोला कि महात्मा गाँधी नरेगा योजना में अनुमत कार्यों की श्रेणी ‘बी’ में पशुपालन के लिए कुक्कुट आश्रय, बकरी आश्रय, के साथ-साथ सूअर आश्रय आदि बनाने के लिए पशुपालक की जमीन में बनाया जाएगा। जिससे बड़ी मदद होगी।

टीन शेड पर अनुदान

टीन शेड बनाने के लिए अनुदान दिया जाएगा। टीन शेड पशुओं के लिए बढ़िया है। यह मजबूत होता है। राजस्थान सरकार जनजाति वर्ग के पशुपालकों को पशुओं के लिए टीन शेड बनाने में आर्थिक मदद करने के लिए केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई घोषणा में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित किया गया। जिसमें योजना के द्वारा पशुपालन विभाग से फॉरेस्ट राइट एक्ट के अंतर्गत जनजाति वर्ग के पट्टा धारकों को बकरी-भेड़ सूअर के आलावा मुर्गीपालन विकास के लिए अनुदान मिलेगा। जिससे कम खर्चे में इस व्यवसाय से अधिक आमदनी कर पाएंगे।

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जनजाति क्षेत्र तो आगे मिलेगा फायदा

जनजाति क्षेत्र के लिए अभी तक इस तरह के फायदे नहीं दिए जा रहे है। लेकिन जल्द ही इस पर किये गए प्रस्ताव को पास होने पर लाभ उन्हें मिलेगा। जिसमें पात्र लोगो को पशुधन खरीदने और उन्हें रखने के लिए टीन शेड बनाने पर भी अनुदान मिलेगा। जिससे वह इस व्यवसाय से जीवन-यापन कर सके। क्योकि इस तरह की योजना अभी नहीं है, जिससे उन्हें नुकसान हो सकता है। खुले में पशु रहेंगे तो बीमार हो सकते है। गर्मी में धूप और सर्दी में ठंड से बचाना जरूरी है।

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