दिसंबर में प्याज की इन 2 किस्मों की करें खेती, 1 बीघा में होगी छप्परफाड़ पैदावार खेती से बना देगी धन्ना सेठ, जाने कौन-सी किस्म है।
प्याज की इन 2 किस्मों की करें खेती
आज हम आपको प्याज की सबसे बेस्ट उन्नत किस्मों की खेती के बारे में बता रहे है ये किस्म बहुत फायदेमंद साबित होती है क्योकि इनकी डिमांड मार्केट में ज्यादा होती है। इनका साइज, रंग और क्वालिटी बहुत जबरदस्त होता है इसलिए लोग इनको खरीदना ज्यादा पसंद करते है। आप प्याज की इन 2 किस्मों की बुवाई दिसंबर में कर सकते है और इनकी खेती से बंपर उत्पादन के साथ मोटा मुनाफा भी कमा सकते है। तो चलिए जानते है कौन सी 2 किस्म है।
प्याज की नासिक लाल (एन-53)
हम जो 2 प्याज की वैरायटी की खेती के बारे में बता रहे है उनमे से पहली वैरायटी का नाम प्याज की नासिक लाल (एन-53) है। आपको बता दें इसकी खासियत ये है की इस किस्म का प्याज लंबे समय तक खराब नहीं होता है ये किस्म खरीफ और रबी दोनों सीजन में बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है। आप इसकी बुवाई दिसंबर में कर सकते है इस किस्म के प्याज का साइज बड़ा होता है और रंग एकदम लाल होता है। प्याज की नासिक लाल एन-53 किस्म बुवाई के बाद करीब 100-110 दिनों में तैयार हो जाती है। ये किस्म कम समय में फसल तैयार करती है। इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार की दुकान में आसानी से मिल जाएंगे।
प्याज की गुलमोहर वैरायटी
प्याज की खेती करने वाले किसनों के लिए प्याज की गुलमोहर वैरायटी बहुत लाभकारी साबित होती है। गुलमोहर प्याज़ की एक लोकप्रिय किस्म है ये एक समान हल्के लाल रंग का प्याज़ होता है। ये किस्म पूरे भारत में सर्दियों के मौसम में बोने के लिए बहुत अच्छी होती है। इसकी बुवाई आप दिसंबर के महीने में कर सकते है। आपको बता दें ये किस्म का प्याज़ बाज़ार में काफ़ी बिकता है। गुलमोहर किस्म का प्याज़ बुवाई के बाद करीब 100 से 110 दिनों में पककर तैयार हो जाता है। इसके बीज भी आपको बाजार में बीज भंडार की दुकान में मिल जाएंगे।