4 गुना तेजी से बढ़ेंगे पौधे, बढ़ जायेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता, जानें ट्राइकोडर्मा से बीजों का उपचार कैसे करें।
बीज उपचार के फायदे
अगर आप घर पर सब्जियां उगाने जा रहे हैं तो आपको बता दे की बीजों की बुवाई करने से पहले अगर आप उनका उपचार कर देंगे तो बेहतर होगा। क्योंकि बीज उपचार करने से अंकुरण की दर बढ़ जाती है। पौधे की ग्रोथ पहले से कहीं ज्यादा तेज होती है, उन सब्जियों का वजन ज्यादा होता है, पौधे की लंबाई ज्यादा होती है, फूलों की संख्या भी बढ़ जाती है, इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, एक तरह से यह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है, तो चलिए जानते हैं कि ट्राइकोडर्मा से बीच उपचार कैसे किया जाता है। क्योंकि कई लोगों को इस सवाल के जवाब का इंतजार है।
जानें ट्राइकोडर्मा से बीजों का उपचार कैसे करें
नीचे लिखे बिंदुओं के आधार पर बीजों का उपचार करें।
- यहां पर हम ट्राइकोडर्मा और स्यूडोमोनास से बीज उपचार करेंगे।
- जिसमें अगर मान लीजिए कि आपने एक चम्मच मूली के बीज लिए हैं तो उसके लिए आपको आधा-आधा चम्मच यह ट्राइकोडर्मा और स्यूडोमोनास दोनों चीज लेनी है और एक कप पानी में मिला देना है।
- उसके बाद बीजों को इस घोल में डालना है।
- आधा घंटे के लिए रख देना है।
- उसके बाद छानकर आप बीजों की बुवाई कर सकते हैं।
- अगर आपके पास ट्राइकोडर्मा और स्यूडोमोनास का पाउडर है तो आप बीजों में पाउडर छिड़क कर, हल्का पानी डालकर गाढ़ा-गाढ़ा घोल तैयार करके बीजो के साथ उन्हें मिलाकर चार से पांच घंटे के लिए छांव वाली जगह में रखकर सुखाएं और फिर बीजों की बुवाई करें।
- इस तरह से बड़े आसानी से आप बीज बुवाई से पहले निश्चित हो सकते हैं कि आपके बीच बढ़िया से ग्रो करेंगे और मूली की अगर आप बुवाई करने जा रहे हैं तो 3 दिन के भीतर मूली के बीजों का अंकुरण आपको देखने को मिल जाएगा।