फिर नहीं मिलेगा ऐसा मौका, सितंबर में लग गई ये 3 फसल तो 1 एकड़ से कमाएंगे 2-4 लाख रु, नहीं होगा 1% नुकसान।
फिर नहीं मिलेगा ऐसा मौका
खेती में लाखों कमाने के लिए बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है, खेत में फसल देखने के साथ-साथ मंडी और सरकार के द्वारा लिए गए फैसले पर भी गौर करना पड़ता है। जिसमें आज हम इन तीनों चीजों को देखते हुए आपको तीन फसलों की जानकारी देने जा रहे हैं। जिससे आप सितंबर महीने में अगर लगा रहे हैं तो इससे बहुत ज्यादा फायदा होने वाला है और यह मौका दोबारा नहीं मिलेगा। क्योंकि कई सालों बाद ऐसा मौका किसानों को मिलता है कि जब बाजार रेट भी बढ़िया मिले, सरकार भी आपके साथ हो, तो चलिए जानते हैं इन फसलों के बारे में।
सितंबर में लगाए ये 3 फसल
नीचे लिखे तीन बिंदुओं के आधार पर जानिए सितंबर में यह फसले लगाने पर कैसे होगा फायदा।
- यहां पर सबसे पहले हम बात करेंगे प्याज की खेती की, अगर आप प्याज लगा लेते हैं तो इसमें फायदा है। क्योंकि इस समय ही प्याज के रेट 40 से 45 रुपए किलो है जो कि आगे चलकर और भी बढ़ सकते हैं और यह समय प्याज के लिए बढ़िया है। क्योंकि आप जानते हैं महाराष्ट्र में चुनाव होने वाले हैं और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा प्याज का उत्पादन होता है। इसलिए सरकार किसानों का साथ जरूर देगी। किसानों के हित में ही फैसला लेगी।
- इसके अलावा दूसरी फसल की बात करें तो लहसुन की खेती भी किसानों को मुनाफा देगी। जिसमें अगर आप चाहे तो सितंबर में ऊटी लहसुन लगा सकते हैं। इसका बढ़िया रेट मिलेगा। आपको बता दे की लहसुन की भी डिमांड साल भर पूरे देश में बनी रहती है और 20 से 40 हजार इसका रेट अभी चल रहा है जो कि आगे थोड़ा बहुत मान लीजिए घट भी जाता है फिर भी किसानों को नुकसान नहीं होगा।
- वही आलू की खेती भी किसानों को कमाई करा कर देगी। यह खेती दो से ढाई महीने के भीतर तैयार हो जाती है और उसके बाद किसान मालामाल हो सकते हैं। अभी भी आलू के रेट 20 से ₹25 किलो हैं जो कि आगे कम होने के कोई आसार नहीं है। यानी कि किसानों को घाटा किसी हालत में नहीं होने वाला है और हम अच्छा सोचकर ही चलेंगे जिसमें आपको बता दे की 60 से 70 दिन में आलू की फसल तैयार होती हैं, मंडी में बढ़िया कीमत मिलेगी। इसलिए इस समय सितंबर के महीने में आलू की खेती भी कर सकते हैं।
यह जानकारी मिडिया रिपोर्ट के आधार पर दी गई है। किसान भाई किसी भी निर्णय को लेने से पहले अपने स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से जरूर संपर्क करें।