साल के 365 दिन रहती है इस मसाले की भारी डिमांड, इसकी उन्नत खेती बना देगी मालामाल, जाने नाम और बुवाई का सही तरीका

साल के 365 दिन रहती है इस मसाले की भारी डिमांड, इसकी उन्नत खेती बना देगी मालामाल, जाने नाम और बुवाई का सही तरीका।

साल के 365 दिन रहती है इस मसाले की डिमांड

इस मसाले की खेती बहुत तगड़े फायदे की साबित होती है क्योकि ये मसाला बाजार में सालभर बहुत ज्यादा डिमांडिंग रहता है। इस मसाले के बिना खाने में तड़का नहीं लगता है। इस मसाले का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है जिससे लोग इसे बाजार से बहुत ज्यादा मात्रा में खरीदते है। आप इसकी खेती कर के बहुत ज्यादा अच्छा मुनाफा कमा सकते है। इस मसाले की फसल को तैयार होने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है। हम बात कर रहे है जीरे की जीरे की खेती बहुत लाभ की होती है। तो चलिए जानते है जीरे की खेती कैसे की जाती है।

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कैसे करें खेती

अगर आप जीरे की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से जुडी जानकारी प्राप्त होनी चाहिए जिससे जब भी आप जीरे की खेती करे तो आपको इसकी खेती में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। जीरे की बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच की जाती है। जीरे की खेती के लिए रेतीली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है मिट्टी का PH मान 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। जीरे की खेती के लिए पहले 4 से 5 टन गोबर खाद खेत में मिला देना चाहिए। इसके पौधे अच्छे किस्म के बीजों के माध्यम से लगाना चाहिए और बीजों के बीच 2 इंच की दूरी रहनी चाहिए। जीरे के बीज 8 से 10 दिनों में अंकुरित हो जाते है। जीरे की फसल में दाने पकने के समय सिंचाई नहीं करनी चाहिए। जीरे की फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है।

कितना होगा लाभ

अगर आप जीरे की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत ज्यादा लाभ देखने को मिलेगा क्योकि जीरा बाजार में सालभर डिमांड में रहता है। जिससे जीरे की बिक्री बहुत ज्यादा होती है। एक एकड़ जमीन में जीरे की पैदावार 7-8 क्विंटल होती है। आप इसकी खेती एक एकड़ में कर के करीब 2 से 4 लाख रूपए तक की कमाई कर सकते है।

कितनी आएगी लागत

अगर आप जीरे की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आएगी। एक एकड़ जमीन में जीरे की खेती में करीब 30 से 35 हजार रूपए की लागत आ सकती है क्योकि जीरे की खेती में खाद का खर्चा, मिट्टी का खर्चा, सिंचाई का खर्चा, मजदूरों की मजदूरी का खर्चा, कटाई जैसी अनेकों चीजों का खर्चा लगता है।

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नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद