5 रु में फसल को कीटों से बचाने का फर्स्ट क्लास जुगाड़, पैसा-मेहनत दोनों की बचत, जानें इसे बनाने और लगाने के फायदे

5 रु में फसल को कीटों से बचाने का फर्स्ट क्लास जुगाड़, पैसा-मेहनत दोनों की बचत, जानें इसे बनाने और लगाने के फायदे।

5 रु में फसल को कीटों से बचाने का जुगाड़

किसान बड़ी मेहनत से अपनी फसल खड़ी करते हैं। लेकिन अगर कीटों का प्रकोप कम या ज्यादा हुआ तो, या तो उत्पादन कम हो जाएगा या फिर पूरी फसल ही बर्बाद। जिससे किसान को सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं होता बल्कि उसकी महीनो की मेहनत पर भी पानी फिर जाता है तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं की फसल को कीटो से कैसे बचाएं। क्योंकि किसान को तरह-तरह के उपायों की तलाश रहती है जिससे कम से कम खर्चा आये। इसीलिए यहां पर ₹5 का जुगाड़ लेकर आए हैं जो की तेजी से वायरल हो रहा है।

स्टिकी ट्रैप कैसे बनाये

फसल को कीटो से बचाने का यह स्टिकी ट्रैप जुगाड़ आप घर पर खुद बना सकते हैं और बाजार से खरीदना चाहे तो बाजार से भी खरीद सकते हैं। स्टिकी ट्रैप आप ₹5 में खुद तैयार कर सकते हैं या फिर बाजार से खरीद सकते हैं। लेकिन बाजार से आपको महंगा पड़ेगा। अगर आप इसे घर पर बनाएंगे तो अलग-अलग रंग के कागज ले लेंगे और उसमें गोंद लगा देंगे और फिर इसी तरह

जैसा के नीचे लगी तस्वीर में दिखाया गया है लोहे की रॉड में टांग देंगे। इससे कीड़े इसकी तरफ रंगों की वजह से खींचे आएंगे और चिपक जाएंगे। इस तरह आप अपने खेत के कोने-कोने में अलग-अलग प्रकार के चटक रंगों के साथ यह जुगाड़ कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं स्टिकी ट्रैप से मिलने वाले फायदे क्या है।

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स्टिकी ट्रैप से मिलने वाली सुविधा

स्टिकी ट्रैप बहुत ही कमाल की चीज है। नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए इससे आपको क्या-क्या फायदा होने वाला है।

  • स्टिकी ट्रैप का इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं। इससे न फसल को किसी तरह का नुकसान होगा, ना ही इसका इस्तेमाल करने पर किसान को कोई असुविधा होगी।
  • यह बिल्कुल रसायन मुक्त जुगाड़ है। अगर आप फसलों में कीटनाशक नहीं छिड़कना चाहते तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इसे बनाना आसान है अगर बनाना नहीं चाहते तो बाजार से खरीद सकते हैं यह एक सस्ता जुगाड़ है।
  • इससे छोटे-छोटे कीटों को मक्खियों को पकड़ना बहुत आसान है जो पालक जैसी सब्जियों के पत्ते को काट-काट कर उसमें छेद कर देते हैं।
  • इसे अगर आप अपने खेत मे समय पर लगा देंगे तो आपको पता चल जाएगा कि खेतों में कौन से कीट आ रहे है ताकि आप अन्य प्रबंध भी कर सके।

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