दक्षिण अमेरिका के 4 किसान भारत आकर राजस्थान में कर रहे इस सुपर फूड की खेती, जाने क्या है इसके पीछे की वजह

आज के समय में लोग में क्वांटिटी की जगह क्वालिटी फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं और उनको तलाश भी क्वालिटी वाले फूड की ही रहती है। अब ऐसे में किसानों ने भी सुपर फूड को खेती तक पहुंचाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया है। आपको बता दे की दक्षिण अमेरिका के कुंडाल के चार किसान भारत आकर चिया की खेती कर रहे हैं। इन किसानों के नाम नितेश कुमार, नंदकिशोर, सुरेश, बरदीलाल गुर्जर है।

किसानों ने चिया की खेती शुरू की है। वही बलराम प्रजापत का कहना है कि स्वास्थ्यवर्धक एवं पौष्टिक गुणों के चलते चिया को वैश्विक स्तर पर सुपर फूड की श्रेणी में शामिल किया गया है। फिलहाल किसानों ने चिया की खेती छोटे स्तर पर शुरू की है। अब ऐसे में इस साल रकबा बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।

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चिया का इस्तेमाल

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर शंकर लाल जाट का कहना है दक्षिण पश्चिम अमेरिका तथा मेक्सिको के कई हिस्सों में चिया के बीजों को उगाने का काम किया जाता है। चिया का इस्तेमाल कई खाद्य पदार्थ के रूप में करते हैं। चिया का रोटी, दलिया, हलवा या अंकुरित सलाद के रूप में सेवन किया जाता है। इतना ही नहीं चिया के पत्तों का इस्तेमाल चाय के लिए करते हैं।

वही डॉक्टर जाट का कहना है कि इसमें कई औषधीय गुण और पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से इसे सुपर फूड के रूप में पहचाना जाता है। जिसमें प्रचुर मात्रा में आपको पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, विटामिन एवं ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलता है। इसका इस्तेमाल बीज के रूप में किया जाता है। जिसको आप एक चम्मच गुनगुने पानी में सुबह मिलाकर पी सकते हैं।

कई इलाकों में हो रही चिया की खेती

देशभर के कई इलाकों में इसकी खेती की जाती है। किसान इससे अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। बता दे आपको इसमें कम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, रेशा तथा वास प्रचुर मात्रा में मिलता है। जिसके कारण इसकी डिमांड क्वालिटी फूड की थाली में बड़ी हुई है।

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