200 से 500 रुपए प्रति किलो बिकने वाला मक्खन जैसा फल, एक ही पेड़ बना देगा लखपति, जाने कैसे होती है सबसे महंगे फल की खेती

On: Saturday, August 10, 2024 2:43 PM
गोबर से जुड़े हुए पांच बेस्टन से जुड़े हैं तो मैं आपको बता दूं गोबर से जुड़े हुए पांच बेस्ट आइडिया जिससे आप बिजनेस करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं यानी की अच्छी कमाई कर सकते हैं जैसा कि आपको मालूम है कि गांव के इलाकों में बिजनेस धीरे-धीरे बढ़ रहा है ऐसे में किसानों के पास कोई भी आईडिया नहीं रहता क्योंकि वह खेती से जुड़े काम ही करते रहते हैं और इसके अलावा बहुत हो तो किस ज्यादा ज्यादा पशुपालन कर लेते हैं तो ऐसे में गांव में रहने वाले किसानों और पशु पालन करने वाले किसानों के लिए एक अच्छा अवसर है कुछ समय पहले तक गोबर को केवल उपले बनाने में इस्तेमाल किया जाता था लेकिन समय बदलने के साथ इसका इस्तेमाल और भी फील्ड में बढ़ गया है तो आईए जानते हैं कौन से हैं पांच बिजनेस आईडियाज सबसे पहले है गोबर शॉप का बिजनेस यानी कि गोबर के साबुन का बिजनेस केमिकल शॉप हमारी स्किन में चर्म रोग जैसी विभिन्न बीमारियों को आमंत्रित करती है बल्कि इसके विपरीत गोबर शॉप अनेक रोगों से भी बचाव करती है और गोबर के साथ नीम केतेल कपूर हल्दी और सरसों का तेल और नारियल का तेल और इसके साथ साइट्रिक एसिड को एक निश्चित अनुपात में मिलने के बाद गोबर का शौक बनाया जाता है गोबर शॉप से चर्म रोग संबंधी अनेक समस्याओं से निजात मिलती है गोबर के इस शॉप को आप जो है 25 से 35 रुपए में बेचकर अच्छा खासा इनकम कर सकते हैं और गोबर शॉप को आप होममेड भी तैयार कर सकते हैं या फिर गोबर शॉप बनाने वाली फैक्ट्री खरीद कर उसका प्रोडक्शन कर सकते हैं यह पूरी तरीके से यूनीक बिजनेस है और दूसरा है गोबर अगरबत्ती का बिजनेस गोबर की अगरबत्ती का मार्केट में मांग धीरे-धीरे बढ़ रहा है क्योंकि यह पूरे तरीके से ऑर्गेनिक होती है इससे कोई भी हानि पहुंचती बल्कि हमें यह फायदा देती है और आप इसे ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों तरीकों से जो ऐसे भेज सकते हैं बाहर चलने वाली गायों के लिए एक गोबर में अगरबत्ती बनाने के मसाला को मिलाया जाता है और उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर अच्छी तरह से मिलकर आवश्यक साइज में अगरबत्ती को तैयार किया जाता है औरसूखने के बाद 10 12 15 20 अगरबत्ती के सेट में पैकेट तैयार करके और मार्केट में 15 अगरबत्ती का पैकेट 35 से लेकर 45 रुपए में बिक जाता है तीसरा आइडिया गोबर से एट का बिजनेस गोबर से बनने वाले एक टैप यंत्र हल्का और रेडिएशन को काम करता है साथी दोस्तों यह पर्यावरण के लिए इको फ्रेंडली है यह एक यूनीक बिजनेस है इस बिजनेस से आप अनियमित कमाई कर सकते हैं इस बिजनेस की एक खासियत और है इसका बेस्ट जो है पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है और गोबर में जिप्सम चुनाव अप्लाई है साइट्रिक एसिड को एक बनाने के फार्मूला के अनुसार निश्चित अनुपात में मिलाकर एक बनाया जाता है जो लोग गोबर से ईद बनाने की मशीन को सेल करते हैं और फार्मूला के साथ ट्रेनिंग भी देते हैं चौथ है गोबर से खाद का बिजनेस गोबर की खाद मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ाने के साथ पर्यावरण इको फ्रेंडली है और गोबर खाद से जो है पौधा या फसल जो तैयार होता है वह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी है और कई प्रकार की बीमारियों सेभी बचाता है और इस कारण गोबर से खाद की डिमांड बहुत ज्यादा होती है और गोबर खाद को आप किसानों के अलावा नर्सरी वालों को पौधारोपण करने वालों को और तुलसी एलोवेरा शतावर की खेती करने वालों को आप आसानी से शेयर कर सकते हैं जो लोग ऑर्गेनिक खेती करते हैं उन लोगों को गोबर की खाद फसल में डालना होता है और गोबर के मॉइश्चराइजर को काम करके उसमें भूसी मिलकर गोबर से खाद बनाने वाली मशीन से गोबर को गोबर की खाद को तैयार किया जाता है पांचवा आइडिया गोबर से वर्मी कंपोस्ट का बिजनेस दोस्तों आजकल वर्मी कंपोस्ट का बिजनेस बहुत ज्यादा फैल गया है और इससे जो है अगर आप गोबर से वर्मी कंपोस्ट का तैयार करते हैं तो आप दो से तीन महीने में केंचुए डालकर आप वर्मी कंपोस्ट से खाद परिवर्तित कर सकते हैं वर्मी कंपोस्ट को आप 8 से ₹10 प्रति किलो के हिसाब से सेल कर सकते हैं यह तो रही जानकारी अगली बार मिलेंगे हम

200 से 500 रुपए प्रति किलो बिकने वाला मक्खन जैसा फल, एक ही पेड़ बना देगा लखपति, जाने कैसे होती है सबसे महंगे फल की खेती, जिसकी गुणों की कीमत से जानी जाती है। भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होता है। यह फल न सिर्फ लम्बी उम्र देता है बल्कि स्वस्थ में भी फायदेमंद है। फिर भी लोग बहुत कम मात्रा में खरीदते है। आइये जाने इसकी खेती कैसे होती है।

मक्खन जैसे फल

यह एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है और इसके फल में कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। एवोकाडो खेती के क्या लाभ आप लोगों को मिल सकते हैं तो सबसे पहले लाभ है लाभदायक व्यवसाय हो सकती है। देश में एवोकाडो की मांग लगातार बढ़ रही है। जहां तक लाभ की बात करे, तो एक स्वास्थ्य वर्धक फल है जो विटामिन खनिज और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

एवोकाडो की खेती

एवोकाडो की खेती के लिए अच्छी जल निकास वाली मिट्टी गहरी और दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। उर्वरक में हम जानते हैं तो एवोकाडो के पौधों को अच्छी तरह से उर्वरित मिट्टी की आवश्यकता होती है, शुरुआत में प्रतिवर्ष प्रति पौधे जो है गोबर की खाद नीम की खली का प्रयोग करना चाहिए। सिंचाई पौधे को नियमित रूप से पानी की आवश्यकता होती है। खासकर गर्मियों में पौधों को हर दिन पानी देना चाहिए। इसकी निराई गुड़ाई पौधे में खरपतवार नियंत्रण बहुत महत्वपूर्ण है। खरपतवार पौधों की वृद्धि को रोक सकते हैं। कई कीट,रोग का भी सामना करना पड़ता है।

200 से 500 रुपए प्रति किलो बिकने वाली मक्खन जैसे फल, एक ही पेड़ बना देगा लखपति, जाने कैसे होती है सबसे महंगे फल की खेती

एवोकाडो का जीवनकाल

क्या आपको मालूम है किसान भाई पौधों का जीवनकाल इसकी किस्म और बढ़ाने की स्थिति पर निर्भर करता है। कुछ किस्म तो 100 साल से अधिक जीवित रह सकती है जबकि अन्य जो है केवल 20 से 30 साल तक जीवित रह सकते हैं। एवोकाडो के पौधे आमतौर पर 30 से 35 साल तक जीवित रहते हैं। एवाकोड़ा के पौधे अन्य की तुलना लंबे समय तक रहते हैं।

पौधों की देखभाल के कुछ टिप्स

एक महीने में एक बार ध्यान से में छटाई करे और मृत्यु शाखों को हटा दें। सर्दियों में ठंड के नुकसान से बचाए। उचित देखभाल के साथ एवोकाडो पौधा कई वर्षों तक फल दे सकता है। देश के कई हिस्सों में एवोकाडो की खेती की जा रही है जैसे पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा और पंजाब।

एवोकाडो की कीमत

आपको मालूम है की एवोकाडो पौधे को लगाने के बाद फल प्राप्त करने में 5 से 7 साल का समय लग सकता है। एक बार जब पौधे फल देना शुरू करते हैं तो वह साल में दो बार फल देते हैं। एवोकाडो के फल की कीमत अलग-अलग होती है क्योंकि इसकी किस्म और गुणवत्ता पर निर्भर होती है। आमतौर पर एवोकाडो का फल जो है 200 से लेकर ₹500 प्रति किलो के बीच में बिकता है। तो किसान भाई एवोकाडो की खेती से आप अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।

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