प्याज की खेती से बंपर कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं किसान राधे श्याम ने खेत में क्या डाला कि उनके प्याज का वजन 850 ग्राम और 220 क्विंटल की तगड़ी पैदावार मिली-
850 ग्राम की एक प्याज
एक बड़े प्याज का वजन औसतन 100 से 175 ग्राम होता है। जबकि किसान राधे श्याम ने 850 ग्राम का एक प्याज खेत से निकाला है। जिससे कृषि विशेषज्ञ भी हैरान हो गए हैं। जी हां आपको बता दे की राधे श्याम, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, और वह प्याज की खेती कर रहे हैं। सालों से उनका खेती में तजुर्बा है। इसके अलावा सरकार भी उन्हें पुरस्कार देती रहती है। अभी तक उन्हें 20 लाख रुपए तो पुरस्कार की तरफ से मिल चुके हैं। इस तरह आप देख सकते है, यह एक जाने-माने किसान है तो चलिए आपको बताते हैं प्याज की खेती कैसे करते हैं।
जैविक खेती से मिली सबसे बड़ी प्याज
जैविक खेती के लिए केंद्र सरकार से लेकर विभिन्न राज्य सरकारे भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही हैं। जिसमें किसान राधेश्याम जी भी सालों से जैविक खेती करते आ रहे हैं। जिसके वजह से उन्हें जैविक खेती का अच्छा तजुर्बा है, और इसीलिए उन्हें इतना अच्छा प्याज का उत्पादन भी मिला है। एक एकड़ में उन्होंने प्याज की खेती की तो उससे 220 क्विंटल उत्पादन मिल गया है। किसान रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
क्योंकि, रासायनिक खाद डालने से खेत की मिट्टी बंजर होने के साथ-साथ सख्त भी हो जाती है। जिससे किसानों को उत्पादन कम मिलता है, वही जैविक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी नरम रहती है, जो प्याज की खेती के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होती है। इसीसे कंद का आकार बड़ा होता है, उत्पादन अधिक मिलता है, और वह सेहत के लिए फायदेमंद भी होती है, पर्यावरण प्रदूषण भी नहीं होता है। जैविक खेती में किसान गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।

किस वैरायटी के बीज लगाते हैं
कई किसानों के मन में अब यह सवाल होगा कि 800 ग्राम एक प्याज का वजन है तो वह कौन सी वेराइटी है जिसकी किसान ने खेती की थी। तो बता दे की नासिक रेड 53 बीज किसान ने लगाए थे और एक एकड़ से उन्हें 220 क्विंटल उत्पादन और एक प्याज का वजन 850 ग्राम मिला है। जिससे हर कोई परेशान है, क्योंकि एक मध्यम आकार के प्याज का वजन भी 175 ग्राम होता है।
इस तरह के किसान ने प्रदेश का सबसे बड़ा ब्याज उगा कर अपना नाम रोशन किया है। जैविक खेती में किसान गोबर की खाद का इस्तेमाल अधिक करते है, जो एक पशुपालक के पास फ्री में उपलब्ध होती है। इस लिए किसानों को खेती के साथ गाय का पालन जरूर करना चाहिए।