इस फूल की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा होती है क्योकि इसकी खेती से बहुत शानदार कमाई देखने को मिलती है इसके फूल की मांग मार्केट बहुत होती है तो चलिए जानते है कौन से फूल की खेती है।
साल में 3 बार कर सकते है इस फूल की खेती
इस फूल की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी खेती साल में तीन बार की जा सकती है। खरीफ़ में मानसून आने पर रबी में 15 नवंबर से 30 दिसंबर तक बसंत कालीन बुआई 15 जनवरी से 10 फ़रवरी तक की जा सकती है। इस फूल की डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है क्योकि इसके फूलों के बीज से तेल निकाला जाता है जो बाजार में महंगा और खूब बिकता है इसके बीजों को भुन कर खाना भी लोग पसंद करते है। आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त मुनाफा कमा सकते है। हम बात कर रहे है सूरजमुखी की खेती की चलिए जानते है सूरजमुखी की खेती कैसे की जाती है।
सूरजमुखी की खेती
अगर आप सूरजमुखी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सूरजमुखी की खेती के लिए रेतीली दोमट या काली मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 8 के बीच होना चाहिए। सूरजमुखी की खेती के लिए खेत को तैयार करने के लिए 3 बार जुताई करनी होती है। और मिट्टी में खाद डालनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए 15 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 80 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप सूरजमुखी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत अच्छी कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसके फूल बाजार में बहुत डिमांडिंग होते है फूलों के साथ बाजार में इसके बीज भी बहुत बिकते है। एक एकड़ में सूरजमुखी फूल की खेती करने से करीब 25 क्विंटल तक पैदावार मिलती है। सूरजमुखी के बीजों में 40 से 50 प्रतिशत तेल होता है। आप इसकी खेती से करीब 2 से 2.5 लाख रूपए तक की कमाई कर सकते है। सूरजमुखी की खेती बहुत फायदेमंद होती है।