उत्तर प्रदेश के गांव की महिलाएं खेती से महीने का 50000 रु कमा रही है, एक छोटे से जमीन के टुकड़े से हो रहा तगड़ा मुनाफा, सरकार भी दे रही पैसा-
महिला किसानों के सफलता की कहानी
महिलाएं खेती किसानी के क्षेत्र में भी अच्छा काम कर रही है। जिसमें आज बात कर रहे हैं यूपी के शाहजहांपुर जनपद के रहने वाले ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की, जो कि समूह बनाकर एक दूसरे की मदद कर रही है। जिसमें सरकार से मदद लेकर अपना खुद का व्यवसाय खड़ा कर रही हैं। जिसमें आपको बता दे की नेहा कश्यप जो की एकता स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष भी है। वह मशरूम फार्म से महीने का 50000 कमा रही हैं तो चलिए आपको बताते हैं इस मशरूम फार्म में कितना खर्चा आया, और सरकार की किन योजनाओं की तरफ से उन्हें मदद मिली।
सरकार की यह योजनाएं देती हैं वित्तीय सहायता
सरकार की कई योजना है जो कि किसानों को आर्थिक मदद देती है। इसके अलावा महिलाओं को भी वित्तीय सहायता देती है। जिसमें स्टार्टअप फंड, सीसीएल, सीआईएफ, रिवाल्विंग फंड से इन महिलाओं को वित्तीय सहायता मिली। उसके बाद मिशन शक्ति अभियान के द्वारा ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है। जिसमें शुरुआत में महिलाओं ने खुद छोटी बचत करने लगी, धीरे-धीरे सरकारी योजनाओं की भी मदद मिली, और फिर मिशन शक्ति से प्रशिक्षण लेकर छोटे-छोटे उद्योगों से आत्मनिर्भर बन रही है।

मशरूम फार्म में कितना आया खर्चा
मशरूम की खेती कम लागत में शुरू की जा सकती है। मशरूम की डिमांड ज्यादा है। इसलिए एक समय के बाद इससे अच्छा खासा पैसा कमाया जा सकता है। जिसमें नेहा कश्यप जी बताती है कि उन्होंने अपने गांव में 42 फीट लंबा और 36 फीट चौड़ा मशरूम फार्म बनाया। जिसमें ₹30000 का खर्चा आया। लेकिन अब हर महीने 40 से 50000 का मुनाफा हो रहा है। जिससे पूरा खर्चा एक बार में निकल रहा है।
इस मशरूम फार्म को बनाने के लिए उन्होंने झोपड़ी बनाया। बांस का इस्तेमाल किया। भूसा और जैविक खाद का इस्तेमाल किया। बीज, रासायनिक दवा भी लगाया। इसके अलावा श्रमिकों का खर्च भी आया। जिसमें कई तरह के खर्चे है।
जिसमें झोपड़ी बनाने में ₹10000, भूसा-खाद में ₹2000- ₹3000 आदि में खर्च किए। रासायनिक दबाओं का भी इस्तेमाल किया। जिसमें पारिश्रमिक और सब्सिडी में 4800 लगे, इस तरह से उन्होंने सभी चीजों पर ध्यान दिया और बटन के साथ ढींगरी प्रजाति की मशरूम लगाएं। जिसकी अच्छी बिक्री होती है। बटन मशरूम देखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगता है स्वाद भी बढ़िया होता है। इसलिए इसकी जल्दी बिक्री भी हो जाती है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद












