अप्रैल महीने में कई ऐसी सब्जी है जिनकी खेती करके किसान अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं तो चलिए बताते हैं अभी कौन सी सब्जियों को लगाने का सही समय है-
गर्मी में सब्जियों की खेती
गर्मी में हरी सब्जियों की भारी डिमांड रहती है। कीमत भी अच्छी होती है। इसलिए किसान गर्मी में हरी सब्जियों की खेती कर सकते हैं। यह उनके लिए मुनाफे का सौदा होगा। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि वह सब्जियां लगानी चाहिए जो तापमान सहन कर सके। जिनकी मंडी में अच्छी कीमत मिल सके। साथ ही साथ लागत कम है, तो चलिए आपको कुछ ऐसी सब्जियां बताते हैं। जिनसे गर्मी में भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। अप्रैल में कौन सी सब्जियां लगाए इसकी जानकारी लेते हैं।
अप्रैल में कौन-सी सब्जी लगाए
नीचे लिखे चार बिंदुओं के अनुसार अप्रैल में कौन-कौन सी सब्जियों की खेती कर सकते हैं इसकी जानकारी दी गई है-
- सबसे पहले हम सब्जी वाली ग्वार की खेती की बात करेंगे गर्मी में इस फसल की खेती किसान आसानी से कर सकते हैं। बुवाई 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान में कर सकते है। मंडी में भाव भी अच्छा मिल जाएगा। 40 से ₹50 तक मंडी भाव मिल जाएगा। खेती में लागत कम करने के लिए देसी वैरायटी के बीज लगा सकते हैं। जिनकी फलियां छोटी होती है, लेकिन मंडी में कीमत अधिक मिलती है, और यह बीज भी सस्ते मिलते हैं।

- इसके बाद आपको बता दे की भिंडी की खेती में किसानों के लिए मुनाफे वाली फसल है। गर्मी में अच्छा उत्पादन मिल जाता है। 20 से ₹25 तक मंडी भाव आसानी से किसानों को मिल जाएगा। यह खेती सरल भी है। नए किसान भी लगा सकते हैं। कम खर्चे में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। यह ग्रीष्मकालीन फसल है जिसे अप्रैल में लगा सकते है।
- तरबूज की खेती में इस समय किसान कर सकते हैं। जब तक फसल तैयार होगी अच्छा मंडी भाव मिलेगा। अच्छा उत्पादन लेने के लिए गर्मियों में गोबर की खाद डालें। एक एकड़ में 5 से 6 ट्रॉली गोबर की खाद डालें। जिससे 250 से 300 क्विंटल उत्पादन जाएगा। गर्मियों में किसानों को रासायनिक खाद से बचना चाहिए।
- हरी मिर्च की खेती में भी किसानों को मुनाफा है। लंबी अवधि की फसल है। 3 से लेकर ₹6 लाख रुपए तक किसान इससे कमा सकते है। 25 से लेकर 60 रुपए तक इससे मंडी भाव पहुंच जाते हैं। जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा है। जून-जुलाई में ₹60 तक मंडी हरी मिर्च की खेती से किसानों को मिलता है।
इस तरह यहां पर आपको चार सब्जियों की खेती की जानकारी दी गई है। लेकिन यहां पर खेती से पहले गहरी जुताई कर लेना चाहिए। जिससे मिट्टी में बढ़िया धूप लग जाएगा, और बरसात का पानी भी आसानी से निकल जाएगा। मिट्टी उपजाऊ होगी तो उत्पादन अधिक मिलेगा।