सितंबर महीने में कौन-सी सब्जियां किसान लगा सकते हैं, जिनसे अच्छा मुनाफा हो सकता है, तथा किन बातों का ध्यान रखकर नुकसान होने से बचा जा सकता है, चलिए जानते हैं।
सितंबर में सब्जियों की खेती में फायदा
सितंबर में कई तरह की सब्जियों की खेती की जा सकती है। यहां पर आपको पांच सब्जियों की जानकारी देने जा रहे हैं, जिनसे अच्छी कमाई हो सकती है। कुछ फसलें ऐसी हैं, जिनकी डिमांड शहरों में ज्यादा रहती है और कुछ ऐसी हैं, जिनकी गांवों में भी अच्छी खपत रहती है। किसान अपनी सुविधा के अनुसार दो से तीन सब्जियों की खेती कर सकते हैं।
इससे फायदा यह होगा कि अगर एक सब्जी का भाव कम मिलता है तो दूसरी से लाभ हो जाएगा। सितंबर में सब्जियों की खेती किसानों के लिए हमेशा फायदे का सौदा होती है क्योंकि इस समय लगाई गई सब्जियों की सर्दियों में बढ़िया डिमांड होती है। त्योहारों के सीजन में किसान अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं। इस मौसम में रोग और कीट की समस्या भी कम आती है। मानसून के बाद मिट्टी में नमी होती है और मौसम न बहुत ज्यादा गर्म होता है, न ही ज्यादा ठंडा।
सितंबर में किन सब्जियों की करें खेती
सितंबर में किसान भाई करेला, मूली, ब्रोकली, शिमला मिर्च, टमाटर और बैंगन जैसी सब्जियों की खेती कर सकते हैं। इससे अच्छी कमाई होगी।
- शिमला मिर्च – शिमला मिर्च का बाजार भाव अच्छा मिलता है और सितंबर में लगाने से फसल बढ़िया होती है। शिमला मिर्च 70-90 दिनों में पक जाती है। सितंबर में शिमला मिर्च की खेती करने पर एक बीघा में किसानों को 20 से ₹25000 का खर्चा और 80 से 90 हजार रुपए से ज्यादा की कमाई हो जाती है। बस किसानों को बढ़िया गुणवत्ता वाली फसल मिलनी चाहिए। एक एकड़ से किसान 200 क्विंटल तक उत्पादन अच्छी मेहनत से प्राप्त कर सकते हैं और कीमत बाजार में ₹50 किलो से अतिथि मिलती है।
- करेला – करेला की खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी ‘नोमेंस’ और ‘ROBUSTA’ वैरायटी का चयन किया जा सकता है। इसके आलावा अर्का हरित, पूसा संकर 1, पंजाब करेला 1, हिसार सेलेक्शन, कल्याणपुर बारहमासी भी बढ़िया है। करेला की फसल 60-70 दिनों में तैयार हो जाती है।

- ब्रोकली – शहरों में ब्रोकली की डिमांड लगातार बढ़ रही है और इसकी कीमत भी बढ़िया मिलती है।
- बैंगन – सर्दियों में बैंगन की डिमांड काफी रहती है। बैंगन 70-120 दिनों में तैयार हो जाती है।
- गाजर – गाजर अगस्त से नवंबर तक बोई जाती है। इसलिए इस समय आप इसे लगा सकते हैं। 2 महीने में फसल तैयार हो जाती है। गाजर लगभग 55-70 दिनों में तैयार हो जाती है।
किन बातों का रखें ध्यान
सितंबर में सब्जियों की खेती करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है—
- मिट्टी की तैयारी अच्छे से करें और जैविक खाद का इस्तेमाल जरूर करें।
- अगर मिट्टी में बहुत ज्यादा नमी है (क्योंकि इस समय बरसात होती रहती है) तो पहले मिट्टी को सूखने दें। ज्यादा नमी होने से बीमारियां बढ़ सकती हैं।
- कीट और रोगों का नियंत्रण करते रहें। इसके लिए जैविक उपाय और कीटनाशकों का प्रयोग करें।
- बरसात के बाद खरपतवार ज्यादा निकलते हैं, इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- खेत की गहरी जुताई करें, ताकि पानी की निकासी ठीक रहे। अभी भी बरसात होने की संभावना रहती है, इसलिए जल निकासी व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए।
- सब्जियों की खेती के लिए हमेशा बढ़िया कंपनी के बीज ही लें।
- अपने स्थानीय बाजार भाव और जलवायु के अनुसार बीजों का चयन करें।
- रोग प्रतिरोधी किस्मों का चयन करना सबसे अच्छा रहेगा।

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