Wheat varieties: किसान की सोई किस्मत जगाने की ताकत रखती हैं गेहूं की ये 5 किस्में, पानी की कमी भी नहीं रोक पाएगी रास्ता।
गेंहू की खेती
गेंहू की देश के अधिकतर किसान आज भी करते है। गेंहू की खेती में ही उन्हें फायदा हो सकता है अगर वह उन्नत किस्मों का चुनाव करें। जिसमें आज हम आपको कुछ शानदार गेंहू की किस्मों की जानकारी देंगे। जिनसे उन किसानों को भी लाभ होगा जो पानी की समस्या से जूझ रहे है। जी हाँ यह किस्में कम पानी में भी अच्छी उपज देंगी। साथ ही साथ यह अनाज सेहत के लिए फायदेमंद है जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी। चलिए बताते है इन किस्मों के बारें में।
गेहूं की 5 किस्मों की जानकारी
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार पांच तरह के गेंहू की जानकारी प्राप्त करें।
- सबसे पहले हम एक खास गेंहू की बात कर लेते है। जो कि समान्य गेंहू से देखने में भी अलग और सेहत के लिए अधिक फायदेमंद है। यह काला गेहूं है इसका रंग भी गहरा होता है। इसमें भर-भर के आयरन है। इससे किसानों तगड़ी पैदावार भी मिलती है। जी हाँ आपको बता दे कि एक एकड़ से करीब 20 क्विंटल उपज प्राप्त होगी। कीमत की बात करें तो 8 हजार रु क्विंटल में जाता है। जिससे आमदनी अच्छी होगी। तीन पानी में यह फसल तैयार हो जायेगी। यह गेंहू किसान लगाकर कमाई कर सकते है।
- इसके बाद आज की दूसरे नंबर की किस्म है बंशी गेहूं। यह बुंदेलखंड क्षेत्र की विलुप्त होती प्रजाति मानी जाती है। इस गेंहू में भर-भर के फाइबर, प्रोटीन, और कैल्शियम होता है। इसके सेवन से कई फायदे है। अच्छी फसल हुई तो 18 क्विंटल उपज मिल सकती है। यह पाचन के लिए बढ़िया है। क्योकि इसमें ग्लूटेन कम होता है। जिससे इसकी मांग आगे बढ़ सकती है।
- किसान खपली गेहूं भी लगा सकते है। यह गेंहू भी करीब 18 क्विंटल तक उपज देता है। जिसमें बीज 50 किलोग्राम लगता है। इसे भी तीन पानी की जरुरत होती है। इसमें अच्छी-खासी मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, और कैल्शियम होता है। यह भी सेहत के लिए अच्छा है। कम लागत में अधिक मुनाफा है।
- आज गेंहू की पांच किस्मों सबसे कम उत्पादन शरबती गेहूं का देखने को मिलेगा। करीब 15 क्विंटल तक अधिकतम उपज इसकी मितली है। लेकिन इसका स्वाद अच्छा होता है। यह दो पानी में तैयार हो जाता है। करीब 4 हजार रु क्विंटल में बिकता है। सेहत के लिए भी अच्छा है।
- आज की आखिरी किस्म है चावल काठी गेहूं। यह भी अच्छा विकल्प है। इसकी एक खासियत है कि यह ग्लूटेन-फ्री है। आसानी से इसे पचाया जा सकता है। 16 क्विंटल के करीब उपज मिल जाती है। इसकी कीमत भी अच्छी मिलेगी। तीन पानी में यह फसल तैयार होगी। इसमें जमकर मुनाफा होगा।