गेहूं की खेती का समय लगभग आ ही चूका है इसकी खेती के लिए सबसे जरुरी काम है सही और रोग प्रतिरोधक किस्म का चयन करना होता है तो चलिए इस लेख के जरिये गेहूं की उन्नत किस्म के बारे में जानते है।
आ गया गेहूं की बुआई का समय
गेहूं की खेती भारत में बहुत बड़े पैमाने पर होती है इसकी खेती के लिए किस्मों को सबसे उच्च क्वालिटी की किस्म का चयन करना चाहिए जिससे उत्पादन बहुत जबरदस्त प्राप्त होता है आज हम आपको गेहूं की एक बेहतरीन किस्म के बारे में बता रहे है जिसके दाने बड़े, चमकदार और उच्च गुणवत्ता वाले होते है और इस गेहूं के आटे की रोटी खाने में बहुत अच्छी और स्वादिष्ट लगती है।ये किस्म कम सिंचाई में भी बहुत जबरफस्ट पैदावार देती है और ये किस्म भूरा गेरुआ एवं करनाल वंट जैसे आम रोगों के प्रति सहनशील होती है। गेहूं की इस किस्म का नाम GW 322 है।

गेहूं की GW 322 किस्म
अगर आप गेहूं की GW 322 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा। गेहूं की GW 322 किस्म व्यावसायिक रूप से खेती के लिए बहुत उत्तम होती है। इसकी बुवाई के लिए अक्टूबर से नवंबर तक का महीना अच्छा होता है। इसकी खेती के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी जिसमे अच्छी जल निकासी हो उपयुक्त होती है। इसकी खेती में केवल 3-4 सिंचाई पर्याप्त होती है। इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करना चाहिए और जमीन में गोबर की खाद डालना चाहिए। बुआई के बाद गेहूं की GW 322 किस्म की फसल लगभग 115-120 दिन में पककर तैयार हो जाती है।
जाने उत्पादन क्षमता
गेहूं की GW 322 किस्म की खेती करने से बहुत अच्छा उत्पादन और मुनाफा मिलता है। ये किस्म आटा उद्योग और बेकिंग के लिए बहुत उपयुक्त होती है। एक हेक्टेयर में गेहूं की GW 322 किस्म की खेती करने से लगभग 60-65 क्विंटल तक उपज मिलती है। आप इसकी खेती से1,62,500 रुपए की अच्छी कमाई कर सकते है। बाजार में गेहूं 25 रुपए प्रति किलो की कीमत पर बिकता है। गेहूं की ये किस्म बहुत अच्छी गुणवत्ता वाली होती है।

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