कृषि यंत्र की मदद से किसान गेहूं की कटाई समय पर और जल्दी कर सकते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं यह कौन सी मशीन है और सरकार से कितनी मदद मिलती है-
कैसे होती है गेहूं की कटाई
रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई इस समय चल रही है। गेहूं के साथ-साथ सरसों और अन्य फसलों की कटाई भी किसान कर रहे हैं। गेहूं की कटाई का काम सबसे मुश्किल होता है। इस समय तेज धूप निकल रही है। ऐसे में लगातार अगर मजदूर से गेहूं कटाया जाए तो उसमें ज्यादा समय लगता है। मौसम भी खराब होते रहता है। जिसकी वजह से फसल खराब हो सकती है। इसलिए किसानों को मशीन का इस्तेमाल करना पड़ता है। मशीन से वह जल्दी काट लेते हैं और मजदूरों की लागत के मुकाबले मशीन की लागत कम बैठती है। कम खर्चे में मशीन से गेहूं की कटाई सही समय पर जल्दी हो जाती है।
लेकिन सभी किसान यह महंगी मशीन नहीं खरीद सकते, पर चिंता ना करें कुछ मशीन सस्ती रहती है जो छोटे किसान भी खरीद सकते हैं। वहीं सरकार भी किसानों को सब्सिडी देती है कृषि यंत्र खरीदने के लिए। चलिए जानते हैं इन मशीनों के बारे में।
गेहूं काटने की मशीन
गेहूं काटने के लिए कई तरह की मशीन आती है, जिनकी कीमत भी कम और ज्यादा होती है। साथ ही उनसे मिलने वाली सुविधा के आधार पर भी मशीनों की कीमत अधिक या कम हो सकती है। मशीन अगर किसान चाहे तो समूह बनाकर भी ले सकते हैं। सरकार की कुछ योजनाएं होती है जिसमें किसान समूह बनाकर मशीन खरीद सकते हैं, और उसमें तगड़ी सब्सिडी मिलती है। गेहूं काटने के लिए मशीनों की कीमत की बात करें तो ₹10000 से लेकर 10 लाख तक की होती है। मिनी हार्वेस्टर कम दाम की और कंबाइन हार्वेस्टर सबसे महंगी मशीनों में से जानी जाती है।
इन मशीनों से धान से लेकर गेहूं, गन्ना से लेकर मक्का और कपास तक किसान काट सकते हैं। गेहूं काटने की सबसे सस्ती मशीन की बात करें तो ब्रश कटर है जो की 9000 से लेकर ₹14000 के बीच में विभिन्न कंपनियों के आधार पर मिलती है। इससे किसान हाथ की मदद से गेहूं काटते हैं। इसके बाद रीपर, रीपर कमबाइंडर, कंबाइन हार्वेस्टर जैसी मशीन आती हैं।

कृषि यंत्र पर सब्सिडी
फसल काटने वाली इन मशीनों पर सरकार की तरफ से सब्सिडी जाती है। ताकि इन मशीनों की कीमत किसानों को कम पड़े। आपको बता दे कि यह मशीन है 40 से लेकर 50% तक की सब्सिडी के साथ किसानों को मिलती है। यानी की मशीनों की कीमत आधी हो जाएगी। बता दे कि मध्य प्रदेश में करीब 9 कृषि यंत्रो 60% तक की सब्सिडी मिल रही है। जिसके लिए 28 अप्रैल तक आवेदन कर सकते है। किसान की जमीन अगर अच्छी है और गेहूं की कटाई मशीन से करवाते हैं तो मजदूर से कम लागत उसमें आती है। भले ही मशीन किसान खरीद नहीं रहे किराए पर ले रहे हैं किराए पर भी लेकर आप अगर गेहूं कटवाते हैं तो भी मजदूर से सस्ता पड़ता है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद












