धान की रोपाई के बाद 50 दिनों तक घास नहीं उगेगी, खेत में यह दवा डालें, जापानी तकनीकी से पैदावार बढ़ेगी लागत कम होगी

धान की रोपाई के बाद अगर आप चाहते हैं कि खेत में खरपतवार करीब 50 दिन तक ना निकले तो चलिए एक शानदार दवा की जानकारी देते हैं जो की जापानी तकनीक से बनी है-

धान के खेतों में खरपतवार की समस्या

धान की रोपाई के बाद अगर खेत में खरपतवार उगती है तो किसानों को बड़ी मेहनत करनी पड़ती है, खरपतवार निकालना पड़ता है, अगर खरपतवार नहीं निकालेंगे घास फूस खेत में रहने देंगे तो वह फसल को दबा देता है। फसल का विकास अच्छे से नहीं होता। जिससे आगे चलकर किसानों को उत्पादन कम मिलता है। साथ ही रोग बीमारी में फसल में लगने लगती है।

लेकिन अब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. जापानी तकनीक से खरपतवार नाशक दवा का विकास किया गया है, जो की 8 साल के रिसर्च और परीक्षण के बाद विकसित हुई है और 10000 से अधिक किसानों ने इसका इस्तेमाल कर लिया है बेहतरीन दवा है तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।

धान के लिए खरपतवार नाशक

धान के खेतों की घास की समस्या समाप्त होगी। रोपाई के 50 दिन तक घास नहीं निकलेगी। धान की फसल के लिए स्पेशल खरपतवार नाशक बनाया गया है। आपको बता दे की फसल सुरक्षा कंपनी इंसेक्टिसाइड इंडिया लिमिटेड (IIL) ने जापान के निशान केमिकल कॉरपोरेशन के साथ एक नई प्री-इमर्जेंट खरपतवार नाशक दवा अलटेयर को लांच किया है जो की बहुत ही शानदार खरपतवार नाशक है।

रोपाई करने के बाद से 3 दिन के भीतर इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है। अलटेयर एक पेटेंट जापानी तकनीक है जो कि किसानों के खेत की खरपतवार को उगने से रोकेगी। इससे तेजी से बढ़ने वाले खरपतवार नहीं उगेंगे। जिससे किसानों को खेत से खरपतवार नहीं निकालना पड़ेगा। मजदूरों का खर्चा बच जाएगा। बार-बार कोई खरपतवार नाशक दवा नहीं डालना पड़ेगा। एक बार इस दवा का इस्तेमाल करने से 50 दिन तक किसान आराम कर पाएंगे फसल अच्छी होगी उत्पादन ज्यादा होगा।

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इस खरपतवार नाशक का टेस्ट हुआ सफल

खरपतवार नाशक अलटेयर का टेस्ट किया गया है। 500 से अधिक खेत में इसे डाला गया है। 10000 से अधिक किसानों द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा चुका है, और अच्छा रिजल्ट मिला है। उसके बाद ही देश के सभी किसानों को‌ इसके इस्तेमाल के लिए सुझाव दिया जा रहा है।

बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए यह बहुत बढ़िया है, जैसा कि आप जानते हैं छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा भी कहा जाता है। वहां धान की खेती बहुत होती है और पानी भरपूर होने के कारण खरपतवार भी खूब उगती है। इसलिए यह दवा किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी साबित होगी।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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