जैविक खाद खरीदने के लिए सरकार किसानों की मदद कर रही है। जिसमें वर्मी कंपोस्ट पर ₹300 किसानों को दिए जा रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं किस राज्य सरकार की योजना।
वर्मी कंपोस्ट खाद
वर्मी कंपोस्ट खाद बेहतरीन खाद है। यह एक जैविक खाद है। जिससे खेत की मिट्टी उपजाऊ होगी। उत्पादन 10 से 20% बढ़ जाएगा। इसे बनाने में लागत कम आती है। इसकी कीमत भी किसानों को खरीदते समय रासायनिक खाद से कम पड़ेगी। फिर भी सरकार किसानों की आर्थिक मदद कर रही है। वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करके किसान अपने खेत की मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। मिट्टी में जल धारण की क्षमता बढ़ा सकते हैं। मिट्टी में वायु संचार बढ़िया से होगा। बड़े आसानी से बीज अंकुरित होंगे। वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करेंगे तो कीटनाशक आदि का खर्चा घट जाएगा।
वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) खाद को केंचुआ खाद भी कहा जाता है। पोषण पदार्थों से भरपूर एक उत्तम जैव उर्वरक यह है। इसे बनाने के लिए केंचुआ की जरूरत होती है। केंचुआ आदि कीड़ों से वनस्पतियों एवं भोजन के कचरे आदि को विघटित करके इसे बनाते है। यह खाद बिना बदबू वाली होती है। इससे किसी तरह का पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता है। जैसे केमिकल वाली खाद से होता है।
वर्मी कंपोस्ट के लिए ₹300
वर्मी कंपोस्ट खाद के फायदे देखते हुए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है कि वह वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करें और उसके लिए उन्हें आर्थिक मदद भी दी जा रही है। जिसमें आज हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश सरकार की। आपको बता दे कि हिमाचल प्रदेश के किसानों को अब जैविक खाद वर्मी कंपोस्ट खरीदने पर प्रति क्विंटल के हिसाब से सरकार ₹300 देगी यानी की 1 क्विंटल पर ₹300 मिलेंगे।
100 किसानों को ₹1 लाख दिए गए
वर्मी कंपोस्ट खाद पर हिमाचल प्रदेश की सरकार किसानों को ₹300, क्विंटल के हिसाब से दे रही है। जिसमें आपको बता दे की हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्कू ने एक कार्यक्रम के दौरान किसानों को यह पैसा दे दिया। जिसमें करीब 100 किसानों को ₹100000 भुगतान डीबीटी के जरिए तुरंत भेज दिया गया है। इस तरह जैविक खाद और वर्मी कंपोस्ट खरीदने की इस योजना से किसानों को बड़ा लाभ हो रहा है।