गेहूं की बिक्री MSP पर की जा रही है जिसमें राज्य सरकार द्वारा कुछ नियमों में बदलाव किए गए जिससे किसानों को अब पहले से ज्यादा सुविधा होगी तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
गेहूं की MSP पर बिक्री
MSP पर गेहूं की बिक्री इस समय कई राज्यों में हो रही है। जैसे कि पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश में। जिसमें आज बात उत्तर प्रदेश की कर रहे हैं। आपको बता दे कि यूपी सरकार द्वारा गेहूं के किसानों को बड़ी खुशखबरी दी गई है। जिसमें अब गेहूं की बिक्री के नियमों में बदलाव हुआ है। जिससे अब किसानों को पहले से ज्यादा सुविधा मिलेगी, गेहूं की बिक्री करने में। दरअसल, सरकार ने 100 क्विंटल तक बिक्री करने के लिए वेरीफिकेशन की झंझट खत्म कर दिया है।
वेरिफिकेशन से मुक्त कर दिया है। जिससे अब जो भी किसान रजिस्टर्ड है तो उन्हें वेरिफिकेशन नहीं कराना पड़ेगा। वह सीधे MSP पर अपनी उपज को बेंच पाएंगे। क्योंकि कागज़ में गलती के कारण किसान को फसल बेचने में दिक्कत आ रही थी। जिससे देरी का सामना भी करना पड़ रहा था और इससे किसानों को असुविधा हो रही थी। लेकिन अब किसान 100 क्विंटल तक उपज बिना वेरिफिकेशन के भी बेंच सकते हैं।

कहां करें रजिस्ट्रेशन
गेहूं की MSP पर बिक्री करने के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। जिसमें उत्तर प्रदेश के किसान गेहूं की बिक्री करने के लिए खाद्य व रसद विभाग के आधिकारिक पोर्टल https://fcs.up.gov.in/ या फिर विभाग के मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA के द्वारा भी रजिस्ट्रेशन करके गेहूं की बिक्री कर सकते हैं। किसानों से गेहूं की खरीदी समय पर पूरी हो जाए इसके लिए सप्ताह के पूरे दिन, छुट्टी के दिन भी गेहूं की खरीदी की जा रही है। सुबह 8:00 से लेकर रात के 8:00 तक गेहूं की किसान बिक्री कर पाते हैं।
गेहूं की कीमत की बात करें तो केंद्र सरकार द्वारा 2425 रुपए MSP तय की गई है। जिसमें 20 रूपए क्विंटल के हिसाब से किसानों को गेहूं उतारने जाने और साफ करने के लिए दिए जाते हैं, जिससे इसका खर्चा भी निकल आता है।
3 लाख से अधिक किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
MSP पर गेहूं की बिक्री करके किसान अनाज का उचित मूल्य प्राप्त करते हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश में अभी तक रजिस्टर किसानों की संख्या की बात करें तो लगभग 3,77,678 हो गई है। यह 12 अप्रैल की संख्या बताई जा रही है। जिनमें से अभी तक 39,000 किसानों से गेहूं की खरीदी की गई है। उत्तर प्रदेश में 5804 खरीद केंद्र बनाए गए हैं जिससे किसानों को अच्छी सुविधा मिले। खरीदी-बिक्री में किसी तरह की समस्या आने पर किसान 18001800150 नंबर पर बात कर सकते हैं।