इस लेख में किसानों को एक ऐसी फसल के बारे में जानकारी दी जा रही है जो कम लागत में ज्यादा मुनाफा देती है और जो करीब 2 महीने में तैयार हो जाती है-
सब्जी की खेती में मुनाफा
सब्जी की खेती में किसानों को मुनाफा ही मुनाफा है लेकिन आज हम बात कर रहे हैं उस सब्जियों की, जिसकी खेती बहुत आसान है, अगर कोई नया किसान है तो भी वह सब्जी की खेती कर सकता है और अच्छा उत्पादन कम देखरेख में ही देखने को मिलता है, बाजार में इसकी हमेशा मांग रहती है जिससे कीमत भी अच्छी मिलती है, तो चलिए आपको इस फसल के बारे में बताते हैं।
सब्जी का नाम और खेती की विधि
दरअसल, बात कर रहे हैं तुरई की खेती की। तुरई की खेती से अच्छी खासी कमाई कर सकते है। कई किसान हैं जो खेती से बढ़िया कमाई कर रहे हैं। खेती साल में दो बार आसानी से की जा सकती है। अगर आप एक बीघा में खेती करते हैं तो अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। जिसके लिए सबसे पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें और मेड़ बनाकर बीज बो दें।

पौधों को मचान बनाकर सहारा दें, जिससे अच्छा उत्पादन मिलेगा। तुरई की फसल किस्म के आधार पर 45 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है और किसानों को तीन से चार दिनों के अंतराल पर उत्पादन मिलता रहता है। यह नगदी फसल है। किसान जनवरी से मार्च और जुलाई के बीच इसकी खेती करते हैं।
लागत और लाभ
अब तुरई की खेती की लागत और लाभ के बारे में जानकारी लेते हैं। अगर हम एक बीघा में खेती करते हैं तो करीब 6 से 7000 रुपए की लागत आएगी और 80 से 90 हजार रुपए की कमाई होगी। जितनी ज्यादा सुविधाएं होंगी, लागत उतनी ही कम होगी। अगर हम साल में दो बार खेती करते हैं तो 14000 रुपए की लागत से एक बीघा जमीन से एक लाख 80 हजार रुपए तक की कमाई हो सकती है। लेकिन इसके लिए अच्छी फसल लेनी होगी और बाजार में अच्छी मांग होनी चाहिए।