15 जून से 15 जुलाई के बीचे में खेत में लगाएं यह सब्जी, एक एकड़ से 4 लाख रु तक का नेट प्रॉफिट, उत्पादन मिलेगा 400 क्विंटल तक, जानिए खेती का तरीका

On: Wednesday, June 4, 2025 9:00 AM
15 जून से 15 जुलाई के बीच में सब्जी की खेती

इस लेख में एक ऐसी फसल के बारे में जानकारी दी जा रही है जो 60 दिन में तैयार हो जाएगी और एक एकड़ में लगाने से चार से पांच लाख का मुनाफा भी दे सकती है।

15 जून से 15 जुलाई के बीच में सब्जी की खेती

जून में कई जगहों पर तेज गर्मी पड़ रही है और कुछ जगहों पर बारिश भी शुरू हो गई है। ऐसे में अगर आप सब्जियों की खेती करना चाहते हैं तो इस लेख में काफी मांग वाली एक सब्जी के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिसका उचित दाम देशभर के किसानों को मिलता है। इस समय इस सब्जी की खेती कर सकते हैं। एक एकड़ से 200 से 300 से 400 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है। फसल 60 दिन में तैयार हो जाती है और 60 रु किलो तक बिककर अच्छी कमाई कराती है। आइए आपको बताते हैं फसल का नाम और खेती का तरीका।

फसल का नाम और खेती का समय

दरअसल, यहां शिमला मिर्च की खेती के बारे में बात कर रहे हैं। अगर शिमला मिर्च की हरी किस्म लगाई जाए तो इसे 55 से 60 दिन लगते हैं। अगर अभी लगाई जाए तो बाजार में अच्छी कीमत मिलेगी, 30 से 40 और कहीं-कहीं 50 से 60 रुपए प्रति किलो। शिमला मिर्च आसानी से बिक जाती है। अगर हाइब्रिड किस्म चुनते हैं तो अच्छा उत्पादन भी मिलेगा। अगर शिमला मिर्च की खेती करने की योजना बना रहे हैं तो बता दें कि तापमान 40 डिग्री से नीचे चला गया है तो अभी शिमला मिर्च की खेती कर सकते हैं, नहीं तो 15 जून के बाद कर सकते हैं।

शिमला मिर्च की नर्सरी तैयार करने के लिए यह अच्छा समय है। अगर किसान देरी करना चाहते हैं तो वे 15 जुलाई तक शिमला मिर्च की खेती कर सकते हैं।

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खाद, उर्वरक और रोपण की विधि

शिमला मिर्च की खेती से लंबे समय तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। जिसके लिए भूमि उपजाऊ होनी चाहिए। अगर सुविधा है तो मिट्टी की जांच करवाएं और जिन पोषक तत्वों की कमी है, वह खाद डालें। आमतौर पर 5 से 6 ट्रॉली गोबर की खाद, 50 से 60 किलोग्राम डीएपी, 35 से 40 किलोग्राम एमओपी, 25 से 30 किलोग्राम यूरिया और फफूंदनाशक डाले। दो-तीन बार अच्छी तरह जुताई करें, क्यारियां बनाएं और रोपाई करें।

4 फीट की दूरी पर क्यारियां और 1 फीट की दूरी पर पौधे लगाएं। क्यारियों के बीच इतनी दूरी रखना जरूरी है कि बारिश के मौसम में पानी की वजह से परेशानी न हो। लेकिन पानी की निकासी का ध्यान रखें। अगर खरपतवार की समस्या से बचना है तो 25 इंच की माइक्रो प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल करें। इससे मिट्टी का कटाव भी रुकेगा और मिट्टी में नमी बनी रहेगी। अगर किसान भाई ज्यादा खर्च करना चाहते हैं तो पॉलीहाउस में शिमला मिर्च की खेती करें। इससे मौसम की मार से फसल बचेगी।

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