अगर बरसात में मुफ्त में बागवानी करना चाहते हैं, तो चलिए बताते हैं कि कौन-सी फ्री की चीज फल-सब्जियों में डालने से खाद की कमी पूरी होती है, कीट नियंत्रित रहते हैं-
बरसात में कीट और फंगस की बढ़ोतरी
अगर फल और सब्जियां लगाई हैं, तो बरसात में उनकी नियमित रूप से देखरेख करनी चाहिए। अगर किसी तरह की समस्या दिखाई देती है, तो समय पर उपचार करना ज़रूरी है। बरसात में कीड़ों और फफूंदी की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। इसके लिए हम यहां एक फ्री उपाय बताने जा रहे हैं, जो खाद का भी काम करता है। यह चीज़ अधिकतर घरों में उपलब्ध होती है, लेकिन लोग इसे फेंक देते हैं। हालांकि, बागवानी में इसका उपयोग बेहद फायदेमंद हो सकता है।
दरअसल, यहां “राख” की बात हो रही है, जिससे पौधों को कई तरह के फायदे होते हैं। तो चलिए जानते हैं कि इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और इसका इस्तेमाल कैसे करना है।

राख में यह सभी पोषक तत्व होते हैं
राख में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जैसे – कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम इत्यादि। ये सभी पौधों के लिए फायदेमंद होते हैं। यह अम्लीय मिट्टी के पीएच को संतुलित करती है। यह कीटों को नियंत्रित करने और फफूंदी की समस्या को खत्म करने में सहायक होती है।
राख का इस्तेमाल कैसे करें?
राख का बागवानी में उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। “राख” उस पाउडर को कहते हैं, जो लकड़ी, गोबर या सूखे कंडों को जलाने के बाद बचता है। इसे ठंडा करके इस्तेमाल किया जाता है। ठंडा करने के बाद इसे छान लेना चाहिए, जिससे कोयले के टुकड़े या बड़े कंकड़-पत्थर अलग हो जाएं।
इसके बाद, आप एक पौधे में एक से दो मुट्ठी राख मिट्टी में मिला सकते हैं। अगर पौधों में कीड़े लगे हैं, तो आप इसे सीधे पत्तों पर छिड़क सकते हैं। खासकर बैंगन जैसी सब्जियों की पत्तियों पर इसका छिड़काव कारगर होता है। इसके अलावा, राख को पानी में मिलाकर स्प्रे के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।
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