यूरिया खाद असली है या नकली? चलिए आपको इसे जांचने के कुछ आसान तरीके बताते हैं, जिन्हें आप घर पर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
यूरिया खाद का इस्तेमाल
यूरिया खाद का अधिकतर किसान उपयोग करते हैं। इससे पौधों को नाइट्रोजन मिलता है, जिससे पौधों का विकास होता है, और वे हरे-भरे नजर आते हैं। इतना ही नहीं, यूरिया डालने से फसल स्वस्थ और मजबूत भी बनती है। अंत में पैदावार अधिक मिलती है।
एक फसल में किसान कई बार यूरिया का उपयोग करते हैं, जिसमें पैसे भी खर्च होते हैं। वहीं अगर नकली खाद मिल जाए, तो किसानों की फसल बर्बाद हो सकती है, और उनके पैसे भी गलत जगह पर चले जाएंगे। इसलिए चलिए आपको बताते हैं वह तरीका, जिससे आप खुद यूरिया की पहचान कर सकते हैं।
यूरिया खाद असली है या नकली यहाँ जानें कैसे पहचाने
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए कि नकली और असली यूरिया खाद की पहचान कैसे करें-
1. रसोई में पहचान कर सकते है
- यूरिया खाद असली है या नहीं, यह आप रसोई में भी चेक कर सकते हैं। इसके लिए एक तवा लेना है, उसे गर्म करना है और फिर उसमें यूरिया के कुछ दाने डालने हैं।
- अगर दाने पिघल रहे हैं, तो समझ लीजिए कि वह असली यूरिया है।
- अगर दाने नहीं पिघल रहे, तो वह नकली खाद हो सकती है।
- यह एक आसान और सरल तरीका है, जिससे हर कोई यूरिया खाद की पहचान कर सकता है।
2. पानी में घोलकर जांच सकते है
- एक कटोरा पानी लें और उसमें यूरिया के कुछ दाने डालें।
- अगर दाने जल्दी घुल जाते हैं, तो वह असली यूरिया है।
- इसके बाद जब आप पानी में हाथ डालेंगे और वह ठंडा लगेगा, तो यह भी असली यूरिया की पहचान है।
- नकली खाद पानी में अच्छे से नहीं घुलेगा और पानी को ठंडा भी नहीं करेगा।
यह भी पढ़े- एक बीघा से 1 लाख रु कमाना है तो लगाए ये फसल, किसान सवाई सिंह ने बताया छोटे किसानों को कम खर्चे में लखपति बनने का फार्मूला
3. दानों का रंग और आकार देखकर पहचाने
- असली यूरिया के दाने सफेद रंग के, चमकदार होते हैं और उनका आकार भी लगभग समान होता है। हालांकि, ऊपर बताए गए दोनों तरीकों से पहचान करना ज्यादा आसान और भरोसेमंद है।
- थोड़ी सी जांच करके ही आप पहचान सकते हैं। छिड़काव करने से पहले अगर असली और नकली खाद की पहचान कर लें, तो बेहतर होगा।
खाद खरीदते समय यह सावधानी बरतें
किसानों को सही, लाइसेंसशुदा दुकान से ही खाद खरीदनी चाहिए। उस दुकान वाले के पास खाद और कीटनाशक बेचने का वैध लाइसेंस होना चाहिए।
अगर आपको किसी दुकान पर कोई गड़बड़ी या संदेह नजर आता है, तो आप उसकी जानकारी कृषि विभाग को दे सकते हैं और शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। जिससे उनपर कार्यवाही होगी।