उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाज की खरीद प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए 1 अक्टूबर से मोटे अनाज की खरीद शुरू करने की घोषणा की है। इसमें मुख्य रूप से बाजरा, ज्वार, रागी जैसे अनाज शामिल हैं। इन अनाजों को मोटे अनाज या मिलेट्स कहा जाता है, जो अपने पोषण गुणों के कारण आजकल अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। यह पहल किसानों को उचित मूल्य दिलाने और मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब तक 32 हजार से अधिक किसानों ने इस खरीद प्रक्रिया के लिए पंजीकरण करा लिया है, ऐसे में यदि आप भी मोटे अनाज उत्पादित करने वाले किसानों में से हैं तो आप रजिस्ट्रेशन तुरंत कर ले पूरी जानकारी का विवरण हम आपको आर्टिकल में देंगे।
मोटे अनाज की खरीद का महत्व
भारत में मोटे अनाज की खेती कई किसानों के द्वारा की जाती है जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि मोती अनाज पोषण से भरपूर होते हैं इन अनाज को कम पानी में उत्पादित किया जाता है और या उन क्षेत्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जहां पर सिंचाई संबंधित जल संसाधन काम है ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा मोटे अनाज खरीदने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि जो किसान इस प्रकार के मोटे अनाज अपने खेतों में उत्पादित करते हैं उनको उसका उचित मूल्य मिल सके मोटे अनाजों में प्रोटीन फाइबर और विटामिन जैसे उच्च मात्रा पाए जाते हैं जिनका सेवन करना हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है ऐसे में राज्य में मोटे अनाज के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही किसानों को मोटे अनाज के ऊपर अच्छा समर्थन मूल्य दिया जाएगा ताकि राज्य में मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित किया जा सके।
किसानों के लिए पंजीकरण और प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश में मोटे अनाज खरीदारी संबंधित रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जिसके तहत ₹32000 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है सरकार के द्वारा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधा और सरकारी पोर्टल जारी कर दिया गया जिस पर जाकर किसान अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है रजिस्ट्रेशन करने का प्रमुख मकसद किसानों को मोटे अनाज का उचित समर्थन मूल्य प्रदान करना है ताकि किसानों को मोटे अनाज की खेती से विशेष लाभ मिल सकें। मोटे अनाज की सरकारी खरीद से किसानों को बाजार में उतार-चढ़ाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य मिलने की गारंटी मिलेगी।
टोल फ्री नंबर जारी किया गया है
किस को यदि कोई समस्या आ रही है तो सरकार के द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 18001800150 से मदद ले सकते हैं. इसके अलावा वे जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक से भी संपर्क कर सकते हैं इसके अलावा जिस भी बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाने हैं और बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
न्यूनतम समर्थन मूल्य मोटे अनाज का बढ़ाया गया है
राज में मोती अनाज को प्रोत्साहित करने के लिए उसका समर्थन न्यूनतम मूल्य भी बढ़ाया गया है मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2225 रुपये प्रति कुंतल, बाजरा का 2625 रुपये प्रति कुंतल, ज्वार (हाइब्रिड) का 3371 व ज्वार (मालवांडी) का 3421 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।
इन जिलों में होगी मक्का खरीद
बदायूं, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर-देहात, कन्नौज, इटावा, बहराइच, बलिया, फर्रुखाबाद, मीरजापुर, सोनभद्र व ललितपुर में मक्का की खरीद की जाएगी।
ज्वार की खरीद कौन-कौन से जिलों में होगी
बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर-देहात, फतेहपुर, उन्नाव, हरदोई, मीरजापुर व जालौन में ज्वार की खरीद होगी।
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