तुलसी का पौधा सूखने से बचाने के लिए 2 फ्री की चीज डालें, पौधा होगा बरगद जैसा घनघोर घना।
तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा औषधि गुणों से भरा हुआ होता है। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है। तुलसी का पौधा हर घर में होना चाहिए। इसके कई प्रयोग है। तुलसी के पत्ते सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते है। इन सब वजह से ज्यादातर लोगों के घर में तुलसी का पौधा लगा होता है। लेकिन कभी-कभी पौधा सूख जाता है। इसीलिए हम समय-समय पर आपको इसकी जानकारी देते रहते हैं कि आप तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें और सूखने से कैसे बचाएं। तो चलिए सबसे पहले हम जानते हैं तुलसी के पौधे में कौन सी दो चीज डालकर आप उसे सूखने से बचा सकते हैं।
तुलसी सूखने से बचाने के लिए 2 फ्री की चीज डालें
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए तुलसी के पौधे की देखरेख कैसे करें और कौन सी मुफ्त की खाद डालें।
- सबसे पहले तो ध्यान रखना चाहिए कि तुलसी के पौधे को अगर अपने गमले में लगाया है तो पानी की निकासी की व्यवस्था बढ़िया हो पानी रूके ना।
- इसके बाद पौधे को बहुत ज्यादा ठंडी और बहुत ज्यादा धूप दोनों चीजों से बचाना चाहिए।
- ठंड में जब बहुत भयंकर कोहरा पड़ता है उस समय आप उसे 10 से 15 दिन के लिए ढक कर रखें।
- गर्मी में जब तेज धूप रहती है तो भी छाए वाली जगह पर रखें। जहां दोपहर की तेज धूप ना आती हो।
- इसके बाद 30-35 दिन के अंतराल में मिट्टी की निराई गुड़ाई करनी चाहिए।
- तुलसी के पौधे में जब भी मंजरी यानी कि जो बीज आते हैं उन्हें काट देना चाहिए। बाल को काटने से पौधा पत्तियों में पोषण देता है ना की बीज में।
- तुलसी के पौधे को खाद अगर आप देना चाहते हैं तो गाय का गोबर और गोमूत्र दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- गाय का एक उपला लेना है। उसे अच्छे से तोड़कर 2 लीटर पानी में भिगोकर रखना है और इसमें 100 ग्राम यानी के आधा गिलास गोमूत्र मिलाकर जब तुलसी के पौधे की मिट्टी सूखी हो उस समय मिट्टी में डालना है।