किसान आधुनिक तकनीक सीखकर बेहतर तरीके से खेती कर सकते हैं, इसे आसान बना सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं, तो आइए बताते हैं कि किसानों को कहाँ मिलेगा प्रशिक्षण-
खेती होगी आसान, उत्पादन बढ़ेगा
कृषि वैज्ञानिक किसानों के लिए निरंतर काम करते रहते हैं और उनके काम को आसान बनाने और उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का आविष्कार करते रहते हैं, इसलिए अगर किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नई फसलों के बीजों की जानकारी हो और वे खेती की वैज्ञानिक विधि जानते हों, तो वे खेती को आसान बना सकते हैं, मेहनत कम कर सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं, जिसमें किसानों को खेती में नवाचार सीखने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है
जिस तरह हर काम करने से पहले प्रशिक्षण लेना ज़रूरी होता है, उसी तरह किसानों को खेती का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि वे खेती का सही तरीका समझ सकें। इस प्रशिक्षण में उन्हें कई ऐसी जगहों पर ले जाया जाएगा जहाँ उन्नत तकनीक से खेती की जा रही है, उन्हें खेती की तकनीकों और नवाचारों से अवगत कराया जाएगा और साथ ही उन्हें उन्नत किस्मों के बीजों से भी परिचित कराया जाएगा। उन्हें ज़मीन के बारे में जानकारी दी जाएगी, किस ज़मीन पर कौन सी फसल लगानी है, कितनी खाद देनी है, ये सब बातें इस प्रशिक्षण के दौरान बताई जाएँगी।
उन्हें खेती के ज़रूरी उपकरणों की भी जानकारी दी जाएगी ताकि मज़दूरों पर निर्भरता कम हो और खेती का उत्पादन बढ़े।
किसान प्रशिक्षण के लिए कहाँ आवेदन करें?
दरअसल, हम बात कर रहे हैं मुरादाबाद के कृषि विभाग की जहाँ आत्मा योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए किसानों को कृषि विभाग से संपर्क करना होगा। मुरादाबाद के कृषि अधिकारी का कहना है कि कुंदन नगर में उनका कार्यालय है, आप वहाँ से भी इसकी जानकारी ले सकते हैं। आत्मा योजना है, आप अपने कृषि विभाग में इसकी जानकारी ले सकते हैं। किसानों के लिए यह एक खास योजना है।