किसानों को लखपति-करोड़पति बनाने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण और पौधे दिए जा रहे हैं, लाख की खेती के बारे में पूरी जानकारी सिर्फ 5 दिन में मिलेगी

किसानों को लाख की खेती के लिए मुफ्त प्रशिक्षण और पौधे दिए जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं इसके बारे में।

लाख की खेती में मुनाफा

लाख की खेती में किसानों को मुनाफा होता है। ऐसे कई किसान हैं जो इसकी खेती करके करोड़पति बन गए हैं। जिस प्रशिक्षण संस्थान की बात कर रहे हैं, वहां आपको ऐसे किसानों से भी मिलवाया जाता है ताकि आप जान सकें कि वे मार्केटिंग कैसे करते हैं, कैसे बेचते हैं। लाख से कई बड़े उद्योग में मांग हैं, जैसे चूड़ियां, स्याही, पॉलिश और गोंद भी इससे बनते हैं, तो आइए जानते हैं कहां मिलती है ट्रेनिंग।

लाख की खेती के लिए प्रशिक्षण

लाख की खेती के लिए प्रशिक्षण इसलिए दिया जा रहा है ताकि किसानों को इसकी खेती के बारे में पूरी जानकारी मिल सके और इस प्रशिक्षण में यह भी बताया जाएगा कि इसकी खेती में क्या-क्या चुनौतियां आती हैं, कौन-कौन सी बीमारियां आती हैं, फिर उसके लिए क्या उपाय करना है, इसकी खेती कैसे करेंगे, कहां बेचेंगे, कितनी आमदनी हो सकती है, जिसमें यह सारी जानकारी किसानों को सिर्फ 5 दिन में दी जाती है।

आपको बता दें कि रांची के राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान में लाख की खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है, यह प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाता है, किसानों को सिर्फ रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है, यह प्रशिक्षण लगातार चलता रहता है, यानी 5 दिन पूरे होने पर दूसरा नया सत्र शुरू होता है, हर 5 दिन में नया सत्र शुरू होता है। नए किसान के नाम जोड़े जाते हैं।

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मुफ्त में मिलते हैं पौधे

लाख की खेती के लिए पेड़ों की जरूरत होती है, जिसके लिए यह संस्थान मुफ्त प्रशिक्षण के साथ-साथ पौधे भी देता है, जिसमें बताया जाता है कि बैर और कुसुम के पौधे दिए जाते हैं। बैर और कुसुम के साथ-साथ पलाश के पेड़ों पर भी लाख की खेती की जाती है। इसमें समय-समय पर कीटनाशक का भी प्रयोग करना होता है, जिसके बारे में इस संस्थान में प्रशिक्षण भी दिया जाता है और पौधे भी दिए जाते हैं जो सात से आठ महीने में तैयार हो जाते हैं। इस तरह किसानों के पास एक बेहतरीन अवसर है। अगर आप झारखंड के निवासी हैं तो आप रांची स्थित इस राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान से संपर्क कर सकते हैं, धन्यवाद।

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