बंपर कमाई करने के लिए ऐसे करें नगदी फसल की खेती, एक सीजन में होगी 6 लाख की कमाई, जानिए कैसे। ताकि किसान हो सके कम समय में लखपति।
नगदी फसल की खेती में फायदा
पारंपरिक खेती को छोड़कर आजकल कई किसान नगदी फसलों की खेती करके लाखों करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। आज हम एक ऐसे ही सफल किसान की कहानी जानने वाले हैं। जिससे आपको इस खेती के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। बता दे की लहसुन की खेती से किसान को अच्छी खासी कमाई हो रही है। चलिए जानते हैं लहसुन की खेती से उन्हें कैसे फायदा हो रहा है और कितने समय में कितने बीघे में खेती करके उन्हें कितनी कमाई हो रही।
लहसुन की खेती
लहसुन की खेती करने के लिए किसान राजेश कुमार का कहना है कि वह पहले खेत की जुताई करके खेत तैयार कर लेते हैं, लहसुन की खेती की आवश्यकता के अनुसार। उसके बाद वह खेतों में लहसुन लगाते हैं। जिसमें 30 किलोग्राम प्रति किलो के अनुसार वह बीज डालते हैं, और तकरीबन 6 महीने का समय लग जाता है, फसल को पूरी तरह से तैयार होने में। जिसके बाद पास के बाजार में इसे बेंच पाते हैं।
जिसमें उनका कहना है कि वह आसपास के बंजारों की मंडियों में अपनी लहसुन को सप्लाई कर देते हैं। जिससे उन्हें अच्छा खासा फायदा हो रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि लहसुन की खेती में आपको कीटों का पूरा ध्यान रखना होगा। क्योंकि से लहसुन को बहुत बचाना पड़ता है। अगर आपने यह काम कर लिया तो आप आसानी से लहसुन की खेती कर सकते हैं। चलिए अब जानते हैं लहसुन की खेती वह कितने बीघे में करके कितने लाख की कमाई कर रहे हैं।
लहसुन की खेती में कमाई
लहसुन की खेती में उन्हें अन्य फसलों की खेती से ज्यादा फायदा हो रहा है। इसीलिए उन्होंने नौ बीघे की जमीन में लहसुन की खेती शुरू कर दी है। जिससे उन्हें अच्छी खासी आमदनी हो रही है। जिसमें उनका कहना है कि एक ही बीघे से उन्हें 6 से 10 क्विंटल तक की लहसुन मिल जाती है। जिसका रेट उन्होंने बताया कि फिलहाल डेढ़ सौ रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल जाता है।
वहीं उनकी प्रतिवर्ष की कमाई की बात करें तो ₹600000 इससे उन्हें मुनाफा मिलता है। यानी की लागत निकालकर भी उन्हें अच्छी खासी कमाई हो रही है। इस तरह अगर किसान नगदी फसलों की खेती करते हैं तो उन्हें अच्छा खासा मुनाफा होता है। क्योंकि लहसुन की डिमांड साल भर बाजार में बनी रहती है। ठंडियों में इसकी कीमत और बढ़िया मिलती है। लहसुन का इस्तेमाल सिर्फ सब्जियों में नहीं बल्कि कई दवाइयां बनाने में भी किया जाता है।