बहन की कोमल पत्तियों को जाली जैसा बना देता है यह कीट, घट जाता है उत्पादन, जानिए कैसे करें इससे बचाव-
धान की फसल में कीट का आतंक
धान की रोपाई कई किसान कर चुके हैं। कुछ किसानों ने तो 20 दिन पहले ही धान की रोपाई कर दी थी। वहीं कुछ किसान अभी धान की रोपाई कर रहे हैं। आपको बता दे की धान की रोपाई के कुछ दिन पश्चात किसानों को एक समस्या देखने को मिल रही है। जिसमें धान की कोमल पत्तियां जालीदार दिखाई दे रही है।
दरअसल पत्तियों को एक कीट खा रहा है। अगर पत्तियां खराब होगी तो प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है। इससे फसल का विकास बढ़िया से नहीं होगा। जिससे उत्पादन में भी आगे चलकर कमी देखने को मिल सकती है। अगर समय पर इसकी रोकथाम नहीं की गई तो यह पूरी फसल को बर्बाद कर सकता है।
पत्ता लपेटक कीट
दरअसल, यहां पर पत्ता लपेटक कीट की बात की जा रही है जो धान की कोमल पत्तियों को खुरच कर खा जाता है। जिससे पत्तियों में छेंद हो जाते हैं। इसके अलावा अगर तना छेदक या हरे फुदके भी है तो इसका भी उपाय एक ही कीटनाशक से आप कर सकते हैं तो चलिए उस कीटनाशक के बारे में जानते हैं।
इस कीटनाशक दवा से होगा समाधान
धान की फसल में अगर यह कीट दिखाई दे रहे हैं तो जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए। जिसके लिए यहां पर रासायनिक कीटनाशक की जानकारी दी जा रही है। इस कीटनाशक का नाम क्यूनालफॉस है। जिसका इस्तेमाल एक हेक्टर में 1 लीटर करना है।
इस्तेमाल करने के लिए 1 लीटर दवा को 300 लीटर पानी में अच्छे से मिलाया जाता है। उसके बाद छिड़काव किया जाता है। छिड़काव का समय सुबह या शाम रखें। धूप में नुकसान होता है। इसलिए सुबह या शाम के समय ही छिड़काव करना चाहिए।
किसान एक एकड़ में खेती कर रहे हैं तो डेढ़ सौ से 200 ग्राम प्रति एकड़ इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें पानी में मिलाकर छिड़काव किया जाता है। अगर प्रकोप बहुत ज्यादा है तो 20 दिन बाद दोबारा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।