किसान के जुगाड़ का जलवा है, थ्रेसिंग मशीन सस्ते में बना डाला, जानिये खासियत। जिससे किसान कर रहे बाह-बाही।
किसान के जुगाड़ का जलवा है
जरूरत ही आविष्कार की जननी है। अगर किसान अपनी जरूरत को खुद ही पूरा करने लगते हैं तो वह कुछ भी कर सकते हैं। जिसमें आज हम एक ऐसे किसान के सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने जुगाड़ से एक कमाल की मशीन तैयार करदी है। दरअसल या एक थ्रेसिंग मशीन है जो की जुगाड़ से बनाई गई है। यह मशीन मूंग तैयार करने में काम आती है। इसकी कई खासियत है। जिससे यह किसानो की बहुत बड़ी मदद करती है। इसके इस्तेमाल से किसान कम समय में ज्यादा काम कर पाएंगे और मूंग की खेती में उनको हानि नहीं होगी।
क्योंकि बरसात के समय मूंग की खेती तैयार होती है। जिससे किसान को उसे निकालने में समय भी लग जाता है और अच्छे से निकालने में बड़ी मेहनत भी करनी पड़ती है। जिससे अधिक मूंग तो खराब हो जाती है। लेकिन इस मशीन का इस्तेमाल करके किसान फटाफट निकाल लेंगे। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि इस मशीन को बनाने में किसान का कितना खर्चा आया है और इसकी खासियत क्या है।
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थ्रेसिंग मशीन सस्ते में बना डाला
इस मशीन को बनाने में किसान ने तगड़ा दिमाग लगाया है। इससे कम खर्चे में बढ़िया मशीन तैयार हो गई है तो खर्च की बात करें तो उस पर ₹5000 इसमें लगा है। इस मशीन को बनाने में किसान ने 1 हॉर्स पावर जेनरेट वाला मोटर लगाया हुआ है। जिसमें दो बेरिंग एक बेल्ट, सॉफ्ट लगा हुआ है। इसके वजन की बात करें तो सिर्फ 30 किलोग्राम है। जिससे आसानी से इसे एक जगह से दूसरी जगह रख सकते हैं। यह एक छोटी सी थ्रेसिंग मशीन जिसे अमरपुर प्रखंड के बांका जिले के निवासी अशोकमाझी में तैयार किया है। चलिए आपको इस तरह से मशीन के खासियत बताते हैं।
थ्रेसिंग मशीन की खासियत
यह थ्रेसिंग मशीन कमाल की है। जिसकी वजह से आजकल चारों तरफ इन किसान की चर्चा हो रही है। आपको बता दे कि यह 1 घंटे में 80 किलो तैयार कर देती है। जिसमें पहले किसानों को चढ़ाई करने के बाद धूप में सुखाना पड़ता था। उसके बाद तीन-चार बार जोताई करनी पड़ती थी। उसमें भी किसान को नुकसान उठाना पड़ता था। लेकिन इस मशीन के इस्तेमाल से किसान मूंग को बिना धूप में सुखाएं ही तोड़कर निकाल सकते हैं और फटाफट काम भी हो जाएगा।