सर्दियों का अमृत है ये साग, सेवन से मिलेंगे चौंका देने वाले चौगुना फायदे मात्र 30 में खेती से जेब पैसों से होगी गर्म, जाने नाम

On: Friday, October 31, 2025 6:55 PM

सर्दियों में इस साग की डिमांड बाजार में बहुत जबरदस्त होती है इसकी खेती किसानों को कम समय में अमीर बना सकती है। इसकी खेती में इन्वेस्मेंट, समय, मेहनत कम है और कमाई ज्यादा है तो चलिए जानते है कौन सी किस्म है।

सर्दियों का अमृत है ये साग

सर्दियों में सबसे ज्यादा सेवन करे जाने वाला मेथी का साग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है इसलिए इसकी मांग बाजार में सर्दियों के पूरे सीजन बनी रहती है इसकी खेती के लिए हम आपको एक बहुत अच्छी किस्म के बारे में बता रहे है ये किस्म पत्ती और बीज दोनों के उत्पादन के उपयुक्त होती है। ये एक दोहरे उद्देश्य वाली किस्म है। मेथी की ये किस्म डाउनी इमलड्यू रोग के प्रति प्रतिरोधी होती है मेथी की इस किस्म का नाम पंत रागिनी है ये एक उन्नत किस्म है जो अधिक पैदावार देने के लिए जानी जाती है।

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मेथी की पंत रागिनी किस्म

मेथी की पंत रागिनी किस्म ठंडी एवं शुष्क जलवायु में अच्छी उपज देती है। इसकी खेती के लिए अच्छी पानी निकास वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी वाली जमीन उत्तम होती है। इसकी खेती के लिए जमीन की गहरी जुताई करना चाहिए और बेसल डोज में गोबर की खाद को जरूर डालना चाहिए। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर12–15 किग्रा बीज पर्याप्त होते है। इसकी खेती में कतार दूरी 30 सेमी और पौधों के बीच दूरी 10 सेमी रखना उचित होता है। इसके बीजों को 2–3 सेमी की गहराई में बोना चाहिए। बुवाई के बाद मेथी की पंत रागिनी किस्म की फसल लगभग 30 से 40 दिनों में प्रथम कटाई के लिए तैयार हो जाती है।

कितनी होगी उपज

मेथी की पंत रागिनी किस्म अच्छी उपज के लिए किसानों के बिच लंबे समय से काफी लोकप्रिय है। एक हेक्टेयर में मेथी की पंत रागिनी किस्म की खेती करने से पत्तियों की उपज लगभग 80–100 क्विंटल और बीज की उपज 12–15 क्विंटल तक होती है। आप इसकी खेती से लाखों की कमाई कर सकते है। क्योकि ये बाजार में बहुत ज्यादा मात्रा में बिकती है। मेथी की पंत रागिनी किस्म की खेती जरूर करना चाहिए।

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