इस फसल की खेती किसानों के लिए उच्च मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी मांग बाजार में सालभर अधिक संख्या में होती है तो आइये जानते है कौन सी सब्जी है।
12 महीने मार्केट में खूब बिकती है ये सब्जी
ये फसल किसनों की उच्च कमाई कराने का साधन होती है इसका इस्तेमाल न केवल विभिन्न प्रकार की सब्जियों को बनाने में किया जाता है बल्कि इसका उपयोग चिप्स, फ्रेंच फ्राइज़, और अन्य स्नैक्स को बनाने के लिए भी किया जाता है। जो मार्केट में काफी डिमांडिंग और महंगे बिकते है। ये हॉपर व माईट कीटों के प्रति सहनशील होती है और इसमें उच्च भंडारण क्षमता होती है। जिससे इसे लम्बे समय तक के लिए स्टोर किया जा सकता है। हम बात कर रहे है आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की खेती की ये आलू की एक जल्दी पकने वाली और गर्मी को सहन करने वाली किस्म है इसके कंद पीले, लंबे अंडाकार और सतही आंखों वाले होते है और इसका गूदा भी पीला होता है।

आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी
आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की खेती काफी ज्यादा लाभदायक होती है इसकी खेती के लिए सितंबर के दूसरे पखवाड़े से अक्टूबर के पहले पखवाड़े तक का समय सबसे आदर्श होता है। इसकी खेती के लिए उचित जल धारण क्षमता वाली दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे उत्तम होती है इसकी बुआई से पहले खेत की गहरी 4 बार जुताई करना चाहिए और मिट्टी में पोषक तत्व से भरपूर कम्पोस्ट खाद डालना चाहिए। बुआई के बाद आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की फसल लगभग 70-80 दिनों में तैयार हो जाती है।
उत्पादन क्षमता
आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की खेती से बहुत शानदार उत्पादन होता है ये किस्म अच्छी गुणवत्ता वाली होती है इसलिए इसका भाव भी अच्छा होता है। एक हेक्टेयर में आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की खेती करने से लगभग 200-250 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। आलू की कुफरी सूर्या वैरायटी की खेती मैदानी क्षेत्रों में अगेती फसल के लिए उपयुक्त होती है। इसकी खेती किसानों को जरूर करना चाहिए।