स्वाद में कड़वी लेकिन कमाई में जबरदस्त है यह सब्जी, जाने कैसे किसान बनेंगे इससे अमीर। करेला एक महत्वपूर्ण सब्जी है, जिसे देश के लगभग सभी भागों में उगाया जाता है। यह कड़वे स्वाद वाली लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर फसल है। करेला में प्रचुर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, विटामिन C और डायबिटीज के नियंत्रण के लिए जरूरी तत्व पाए जाते हैं। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से बताते है।
करेले की खेती के लिए जलवायु और भूमि
करेले की खेती गर्म और आर्द्र जलवायु करेला की खेती के लिए उपयुक्त होती है। इसका तापमान लगभग 25°C से 35°C के बीच होना चाहिए। करेला दोमट और बलुई दोमट मिट्टी में अच्छा उत्पादन देता है। मिट्टी का pH 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए।
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करेले की खेती कैसे करें
गर्मी के मौसम में करेले की खेती फरवरी से मार्च और बारिश में जून से जुलाई में और सर्दियों के मौसम में सितंबर से अक्टूबर महीने में की जा सकती है। करेले की खेती के लिए बीज को सीधे खेत में क्यारी बनाकर बोया जाता है। इसके पौधों के बीच 1.5-2 मीटर की दूरी रखी जाती है।
इसकी लाइन से लाइन की दूरी 2.5-3 मीटर होनी चाहिए। गर्मी के मौसम में 6-7 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें। वर्षा ऋतु में पानी की निकासी का उचित प्रबंध करें। करेले बुवाई के 55-70 दिन बाद फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसकी औसत उपज प्रति एकड़ 50-80 क्विंटल होती है।
करेले से कमाई
करेला बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है। जैविक खेती से इसकी मांग और भी ज्यादा बढ़ जाती है। करेले की खेती में आपको लगभग एक एकड़ जमीन में लागत 30 हजार आ जाएगी जिसमे बाद आप इससे लगभग 2 से 3 लाख रूपए कमा सकते है।