ये साग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है इसलिए इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है तो चलिए जानते है कौन से साग की खेती है।
आयरन का पावरहाउस है ये साग
आज हम आपको एक ऐसे साग की खेती के बारे में बता रहे है जो पोषक तत्वों का पावरहाउस होता है इस साग की डिमांड बाजार में खूब होती है क्योकि लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है इसमें कई बिमारियों को ठीक करने का उपाय मौजूद होता है आप इसकी खेती से अच्छी कमाई भी कर सकते है हम बात कर रहे है मलमला साग की खेती की इसे कुल्फा साग की कहा जाता है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

मलमला साग की खेती
अगर आप मलमला साग यानि कुल्फा की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। मलमला साग की खेती के लिए किसी खास तरह की मिट्टी की जरूरत नहीं होती है इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है 10-20 रूपए में मलमला के बीज खरीदकर मिट्टी को हल्का भुरभुरा कर के इसकी बुवाई करनी चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का उपयोग कर सकते है। बुवाई के बाद मलमला साग की फसल करीब 25 से 30 दिनों में तैयार हो जाती है।
मलमला साग के फायदे
मलमला साग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है इसके सेवन से सेहत तंदुरस्त और फौलादी मजबूत रहती है इसमें कैल्शियम, आयरन, और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते है जो हड्डियों को लोहे जैसा मजबूत करते है इसमें विटामिन-ए और बीटा-कैरोटीन भी होता है जो आंखों की रोशनी को तेज करता है इसके सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज़ की समस्या दूर होती है मलमला साग ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए इसका सेवन जरूर करना चाहिए।