सिर्फ 2 महीने में तैयार होती है ये सब्जी की फसल, बेहद कम लागत में कराती है लाखों का मुनाफा, ऐसे करें बुवाई होगी बंपर कमाई, जाने नाम और काम
सिर्फ 2 महीने में तैयार होती है ये सब्जी
इस सब्जी की खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होती है क्योकि इस सब्जी की खेती में ज्यादा समय और लागत दोनों ही नहीं लगती है और कम दिनों में खेती से बहुत ज्यादा तगड़ा मुनाफा कराती है। आप अगर कम लागत में खेती से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते है तो आप इस सब्जी की खेती कर सकते है। इस सब्जी की मार्केट में बहुत ज्यादा मांग होती है क्योकि लोग इस सब्जी का सेवन करना काफी ज्यादा पसंद करते है जिससे इसकी बिक्री बहुत अधिक मात्रा में होती है। हम बात कर रहे है तोरई सब्जी की खेती की तोरई की खेती बहुत लाभकारी होती है। तो चलिए जानते है तोरई की खेती कैसे करते है।
तोरई सब्जी की खेती
अगर आप तोरई सब्जी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आप इस सब्जी की खेती में ज्यादा पैदावार हासिल कर सकते है। तोरई सब्जी की खेती करने के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ दोमट और बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। अच्छी उपज के लिए मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। खेत को तैयार करने के लिए पहले मिट्टी पलटने वाले हल से 2 से 3 बार गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद मिला देनी चाहिए। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार में मिल जायेंगे। इसकी खेती में समय से सिंचाई और गुड़ाई करनी चाहिए। इसकी बुवाई के बाद करीब 60 से 65 दिन में फसल तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप तोरई सब्जी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से कम दिनों में बहुत तगड़ी कमाई देखने को मिलेगी। तोरई की डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है क्योकि ये सब्जी खाने में बहुत ज्यादा लाजवाब होती है। तोरई की खेती करने से एक एकड़ में औसतन 66-83 क्विंटल पैदावार होती है। आप इसकी खेती से 90 हजार से 1 लाख रूपए की जबरदस्त कमाई कर सकते है। तोरई सब्जी की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।
कितनी आएगी लागत
अगर आप तोरई सब्जी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आएगी एक एकड़ में तोरई सब्जी की खेती करने से करीब 20 से 22 हजार रूपए की लागत आ सकते है। क्योकि इसकी खेती में बीज, खाद सिंचाई, जुताई, मजदूर की मजदूरी जैसी कई चीजों का खर्चा होता है।