करेले की ये किस्म बहुत ज्यादा उत्पादन देने वाली होती है इसकी डिमांड बाजार में काफी अधिक मात्रा में होती है तो आइये जानते है कौन सी किस्म है।
करेले की ये किस्म की करें खेती
करेले की खेती के लिए किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाली और रोग प्रतिरोधक किस्म का चयन करना चाहिए जिससे उत्पादन में गिरवाट नहीं होती है करेले की ये किस्म खेती के लिए बहुत आदर्श होती है इसके फल गहरे हरे, चमकदार, और आकर्षक होते है। इस किस्म की खास बात ये है की ये किस्म डाउनी मिल्ड्यू और पाउडरी मिल्ड्यू के प्रति मध्यम सहनशील होती है। हम बात कर रहे है करेले की सिंजेंटा अस्मिता किस्म की खेती की ये करेले की एक उन्नत और उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है।

करेले की सिंजेंटा अस्मिता किस्म
करेले की सिंजेंटा अस्मिता वैरायटी की खेती बहुत ज्यादा लाभदायक साबित होती है इसकी खेती के लिए उचित जल धारण क्षमता वाली रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी खेती मचान विधि से करना बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। इसकी बुवाई के लिए लगभग 600-700 ग्राम बीज प्रति एकड़ की दर से बोना चाहिए और बुवाई से पहले बीजों को उपचारित करना चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद करेले की सिंजेंटा अस्मिता वैरायटी की फसल करीब 55 से 60 दिनों तैयार हो जाती है।
कितना होगा उत्पादन
करेले की सिंजेंटा अस्मिता वैरायटी की खेती से बहुत ज्यादा अच्छा उत्पादन देखने को मिलता है एक एकड़ में करेले की सिंजेंटा अस्मिता वैरायटी की खेती करने से लगभग 18-20 मीट्रिक टन तक उत्पादन मिलता है। आप इसकी खेती से 2 से 2.5 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है करेले की सिंजेंटा अस्मिता वैरायटी करेला की खेती करने वाले किसानों के बीच काफी लोकप्रिय होती है। इसकी खेती जरूर करना चाहिए जिससे बहुत शानदार मुनाफा होता है।