मूंगफली ये किस्म मूंगफली की खेती करने वाले किसानों के बीच काफी पसंदीदा होती है इसकी मांग बाजार बहुत होती है तो आइये जानते है कौन सी वैरायटी है।
मुनाफे की मशीन है मूंगफली की ये किस्म
मूंगफली की खेती के लिए इस किस्म का चयन करना किसानों के लिए बहुत लाभदायक और अधिक मुनाफे का साबित होता है। ये दाने उच्च गुणवत्ता वाले गुलाबी रंग के गोल होते है। इस किस्म के दानों में 51% तक तेल की मात्रा पाई जाती है। मूंगफली की ये वैरायटी तेल उत्पादन के लिए सबस उपयुक्त होती है। इस किस्म की खासियत ये है की इसमें स्पैनिश गुच्छा आदत, अर्ध-बौनी, कॉम्पैक्ट पॉड सेटिंग, चिकनी फली की सतह, और तीन-बीज वाली फलियाँ होती है हम बात कर रहे है मूंगफली की TG-37 वैरायटी की खेती की ये मूंगफली की एक उन्नत किस्म है जिसे ट्रॉम्बे मूंगफली के नाम से भी जाना जाता है।

मूंगफली की TG-37A वैरायटी
मूंगफली की TG-37 वैरायटी की खेती के लिए पहले इसकी खेती के बारे में अच्छे जानना चाहिए फिर खेती करना चाहिए जिससे खेती में कोई दिक्कत नहीं होती है और उत्पादन भी जबरदस्त होता है। मूंगफली की TG-37 किस्म के लिए बलुई दोमट मिट्टी, हल्की दोमट मिट्टी और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी आदर्श होती है। इसकी बुआई से पहले खेत की गहरी जुताई करना चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालना चाहिए। बुआई के लिए प्रति हेक्टेयर 60-70 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसमें मूंगफली की कली नेक्रोसिस और कॉलर रोट रोगों के प्रति सहनशील होने के बावजूद अन्य रोगों से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करने चाहिए। बुआई के बाद मूंगफली की TG-37 वैरायटी की फसल करीब 100 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितना होगा उत्पादन
मूंगफली की TG-37 वैरायटी की खेती करने से बहुत ज्यादा जबरदस्त ताबड़तोड़ उत्पादन देखने को मिलता है एक हेक्टेयर में मूंगफली की TG-37 वैरायटी की खेती करने से लगभग 18-20 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है आप इसकी खेती से लाखों रूपए का मुनाफा कमा सकते है। मूंगफली की TG-37 वैरायटी की खेती बहुत फायदेमंद साबित होती है इसकी खेती जरूर करना चाहिए।