ये चीज पपीते की फसल में लगे कीट रोग का प्रकोप खत्म करने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।
पपीते में लगे कीट का आतंक मिटा देगी ये चीज
पपीते की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी फसल में अच्छे उत्पादन के लिए किसान बहुत मेहनत करते है लेकिन कुछ कीट रोग पपीते की फसल में लग जाते है जिससे उत्पादन में गिरावट होती है पपीते के पौधों में मुख्य रूप से मीलीबग, लाल मकड़ी, सफेद मक्खी, स्केल कीट और फल सड़न जैसे रोगों का प्रकोप होता है इन कीटों से पपीते के पौधे की वृद्धि रुक सकती है पत्तियां पीली पड़ने लगती है और फल भी खराब होते है इसलिए समय रहते कीट नियंत्रण के उपाय कर लेना चाहिए।

पपीते के पौधे में करें इस चीज का छिड़काव
पपीते के पौधे में कीट रोग लगने पर हम आपको कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 2.0 ग्राम के छिड़काव के बारे में बता रहे है इसका का उपयोग पपीते में फंगल बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है जैसे की पत्ती धब्बा, मीलीबग, लाल मकड़ी और कैंकर जैसे कई कीट के नियंत्रण के लिए फायदेमंद होता है कॉपर ऑक्सीक्लोराइड एक कवकनाशी है जो फंगल संक्रमण को रोकने में मदद करता है इसका उपयोग पपीते के पौधे में कीट को खत्म करने के लिए जरूर करना चाहिए। जिससे पौधे स्वस्थ रहते है और उत्पादन भी जबरदस्त होता है।
कैसे करें उपयोग
पपीते के पौधे में कीट रोग के नियंत्रण के लिए ऑक्सीक्लोराइड 2.0 ग्राम का छिड़काव बहुत ज्यादा लाभकारी और उपयोगी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए 2.0 ग्राम कॉपर ऑक्सीक्लोराइड को 1 लीटर पानी में मिलाकर पपीते के पौधों पर छिड़काव करना चाहिए जिससे सभी कीट जड़ से खत्म हो जाते है जिससे पैदावार जबरदस्त होती है। इसके अलावा आप नीम के तेल का उपयोग भी कर सकते है नीम का तेल पौधों के लिए कीटनाशक का काम करता है।