आम के फल झड़कर गिर रहे हैं तो चलिए आपको एक ऐसा स्प्रे बताते हैं जिसे अभी करने से फलों के गिरने की समस्या से आप छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं-
आम के फल गिरने का कारण
अगर आपके घर में भी आम का पेड़ है तो इस उसमें बौर लग गई होगी। फूल के बाद फल बनने लगे होंगे। छोटे-छोटे आम के फल नजर आ रहे होंगे। आपको बता दे कि आम के फल कई कारणों से झड़ भी जाते हैं। कुछ कारण ऐसे होते हैं जिनके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होती। क्योंकि उनके लिए कुछ किया नहीं जा सकता है। जी हां आपको बता दे कि आम के फल गिरने के कुछ प्राकृतिक कारण होते हैं।
जैसे कि तेज हवा का चलना आदि। जिससे फल गिर ही जाते हैं। गर्मियों में मार्च-अप्रैल में आंधी-तूफान तेज चलते हैं। जिससे फल गिरने लगते हैं। इसके लिए किसान कुछ नहीं कर सकते।
पानी और कीट
अगर समय पर सिंचाई नहीं की जाती तो उस कारण भी आम के फल गिरने लगते हैं। गर्मी में तापमान बढ़ता है, और गर्म हवा भी चलती है। जिससे मिट्टी जल्दी सूख जाती है। अगर मिट्टी में नमी नहीं बनाते हैं तो इस कारण भी फल गिरने लगते हैं। लेकिन बहुत ज्यादा पानी भी नहीं देना है। बस मिट्टी में नमी को बनाए रखना है। इसके अलावा कीटों की समस्या से भी फल गिरते हैं। आम में मिलीबग जैसे अन्य कई प्रकार के कीट लगते हैं। जिसके वजह से फल गिरने की समस्या देखी जाती है।
इस समय खाद न दें
आम के पौधे को अक्टूबर नवंबर में खाद देना चाहिए। जब आम के पेड़ में फल बन रहे हैं, उस समय खाद नहीं देना चाहिए। हां खाद की कमी से फल गिर सकते हैं। क्योंकि पोषक तत्वों की जरूरत होती है। लेकिन आम के पेड़ को पहले ही खाद दे देनी चाहिए। फल के विकास के दौरान खाद नहीं देना है।

हार्मोन का असंतुलन
हार्मोन के असंतुलन या कमी के वजह से भी आम के फल गिरने लगते हैं। जिसके लिए हार्मोन का संतुलन बनाने के लिए बाजार से दवा लाकर उसका छिड़काव कर सकते हैं। हार्मोन का असंतुलन फलों का गिरने का एक अहम कारण होता है, तो चलिए स्प्रे के बारे में जानते हैं।
इस चीज का करें स्प्रे
हार्मोन के असंतुलन को दूर करने के लिए, संतुलन बनाने के लिए बाजार से दवा लाकर छिड़काव कर सकते हैं। जैसे जिसमें अल्फा नेफ्थिल एसिटिक एसिड 4.1 sl फायदेमंद होगा। जैसे कि Planofix दवा में होता है। इसकी मात्रा की बात करें तो आधा ml आधा लीटर पानी में मिलाकर छिड़कना है। मात्रा का बहुत ज्यादा ध्यान देना है। ज्यादा करने से किसान को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा फंगीसाइड करीब दो या तीन ग्राम पानी में मिला लीजिए। साथ ही स्टिकर भी डालना है। जिसके लिए हैंड वॉश की दो बूदे डाल सकते हैं, और पौधे में स्प्रे कर सकते हैं।
इससे कीट- रोग की समस्या भी नहीं आएगी। क्योंकि फंगीसाइड डाला है, और हैंड वॉश डालने का मतलब है कि जो मिश्रण है वह चिपकेगा पौधे में, और हार्मोन संतुलित होगा। तो कुछ हद तक फलों की गिरने की समस्या भी रोकी जा सकती है।
नोट: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।