अगर धान की खेती करने जा रहे हैं और पानी की समस्या है तो आइए बताते हैं उस किस्म के बारे में जो कम पानी में भी देगी अच्छा उत्पादन-
क्षेत्र के हिसाब से करें धान की किस्म का चयन
चाहे धान हो या कोई और फसल, उसके लिए बीज की किस्म का चयन क्षेत्र के हिसाब से और अपने खेत की जमीन, जलवायु, मिट्टी आदि को ध्यान में रखते हुए। जिसमें अगर किसान को पानी की समस्या है तो आपको बता दें कि ऐसी कई किस्में हैं जो कम पानी में भी अच्छा उत्पादन दे सकती हैं। वैज्ञानिकों ने इन किसानों की मदद के लिए एक बेहतरीन किस्म विकसित की है, तो चलिए आपको उन किस्मों के बारे में जानकारी देते हैं।
कम पानी में यह धान देंगी ज्यादा उत्पादन
नीचे दिए गए 4 बिंदुओं के अनुसार धान की उन किस्मों के बारे में जानिए जो कम पानी में भी अच्छी तरह उगती हैं-
- सबसे पहले बात करते हैं पूसा डीएसटी धान 1 की, तो आपको बता दें कि यह किस्म कम पानी में लगाई जा सकती है, यह धान की नई किस्म है जिसे ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है. इसे कम पानी की जरूरत होती है. इसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थान ने विकसित किया है. विपरीत परिस्थितियों में भी किसान इससे 20 फीसदी ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं, इसलिए यह एक अच्छा विकल्प है.

- इसके अलावा किसान सीआर धान 108 भी लगा सकते हैं. यह धान की सूखा प्रतिरोधी किस्म है. यह 112 दिनों में तैयार हो जाती है. इसे सीधी बुवाई के लिए चुना जा सकता है. यह उड़ीसा और बिहार के किसानों के लिए फायदेमंद है. वहां की जलवायु के उपयुक्त है।
- पूसा-2090 भी किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प है. यह एक एकड़ में 34 से 35 क्विंटल उत्पादन दे सकती है. इसे तैयार होने में करीब 125 दिन लगते हैं।
- पूसा बासमती 1509 भी एक अच्छी किस्म है। इसे कम पानी वाले क्षेत्रों में चुना जा सकता है। यह करीब 115 दिन में तैयार हो जाती है और किसान एक हेक्टेयर में 45 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। जिससे तगड़ी कमाई हो सकती है।